November 25, 2024

हनीमून मनाकर लौटी बेटी के कोरोना पीड़ित होने की बात पिता ने छिपाई, एफआईआर हुआ दर्ज

नयी दिल्ली । देश में महामारी एक्ट में पहली एफआईआर आगरा के सदर थाने में दर्ज हुई है। पति के साथ हनीमून मनाकर इटली से बेंगलुरु वापस लौटी महिला आइसोलेशन वार्ड से भागकर आगरा अपने मायके पहुंच आ गई थी। दो दिन तक घर में छुपी रही। ​परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस से यह बात छिपाई थी। अब पुलिस ने महिला के पिता के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में पीड़िता के पिता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 269 और 270 के तहत केस दर्ज किया गया है. आरोप है कि कोरोना वायरस के पीड़ित लड़की को परिजनों ने छुपाया। 
 
दरअसल उसके पिता ने स्वास्थ्य विभाग की टीम से झूठ बोला था कि वो दिल्ली चली गई है। इस पर पुलिस बुलानी पड़ी थी। पुलिस बल की मदद से युवती को भर्ती कराया जा सका था। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने शनिवार को दोनों पर केस दर्ज कराने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. मुकेश वत्स को दिए थे। साथ ही डीआरएम को युवती के पिता के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था।
 
आगरा कैंट क्षेत्र के रेलवे कॉलोनी में रहने वाले रेलवे कर्मचारी की बेटी का विवाह एक महीने पहले कर्नाटक में नौकरी करने वाले युवक के साथ हुआ था। शादी के बाद दोनों हनीमून के लिए इटली गए थे। इटली से लौटने के बाद पति में कोरोना वायरस पाया गया था। इटली से हनीमून मनाकर लौटी महिला पति में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने के बाद इस कदर दहशत में आ गई थी कि वो उसे छोड़कर आगरा अपने मायके भाग गई। दरअसल इटली से हनीमून मनाकर लौटने के बाद महिला के पति को वायरस के मामले में पॉजिटिव पाया गया था, जिसके बाद डॉक्टरों ने उसके साथ ही महिला को भी आइसोलेशन में रखा था। इसी दौरान महिला वहां से भाग गई और फ्लाइट पकड़कर सीधे पहले दिल्ली पहुंची और फिर ट्रेन से अपने मायके आगरा चली गई। ये जानकर बेंगलुरु से लेकर आगरा तक प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए।

संदेह जताया जा रहा है कि कोरोना से पीड़ित महिला के संपर्क में आने से फ्लाइट और ट्रेन में उससे कई लोग संक्रमित हो गए होंगे, जिसकी पहचान करना मुश्किल होगी। इतना ही नहीं जब आगरा में स्वास्थ्य विभाग को इसकी खबर मिली तो वो आननफानन में महिला के घर पहुंचे और उसकी जांच करने लगे। चूंकि महिला के पति को पॉजिटिव पाया गया था इसलिए पत्नी को भी आइसोलेशन में रखा गया था, लेकिन आगरा में महिला अस्पताल जाने के लिए तैयार नहीं हुई और इसके लिए प्रशासन को पुलिस की मदद लेनी पड़ी।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जब महिला के घर पहुंचे तो वो परिवार के अन्य 8 परिजनों के साथ रह रही थी। इन सभी को आइसोलेट करने के फैसले पर परिजनों ने इसे मानने से इनकार कर दिया। महिला के पिता ने साफ तौर पर झूठ बोलते हुए कहा कि उनकी बेटी बेंगलुरु से वापस ही नहीं लौटी है। इसके बाद मौके पर जिला मैजिस्ट्रेट और पुलिस को बुलाया गया, तब पूरे परिवार को वहां से ले जाया गया। बता दें कि महिला की शादी इस साल फरवरी महीने में हुई थी। इसके बाद वो अपने पति के साथ हनीमून मनाने इटली, ग्रीस और फ्रांस गई थी, फिर वो दोनों 27 फरवरी को पहले मुंबई और फिर बेंगलुरु पहुंचे जहां पति को कोरोना वायरस से पीड़ित पाया गया और दोनों को आइसोलेशन में भेज दिया गया। 
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