November 16, 2024

भ्रष्टाचार का पुल बना हाटकेश्वर फ्लाईओवर : 50 साल का था दावा, 5 साल में गिराने की नौबत

अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है। शहर के पूर्वी इलाके में बना हाटकेश्वर फ्लाईओवर ब्रिज पिछले 9 महीने से बंद है। जांच के नाम पर अब तक 4 एजेंसियों की रिपोर्ट आ चुकी है। सभी की रिपोर्ट में खराब मैटेरियल का खुलासा हुआ है, लेकिन म्युनिसिपल कॉरपोरेशन जिम्मेदार अधिकारियों और निर्माण करने वाली एजेंसी पर एक्शन लेने के बजाए जांच पर जांच करा रही है। कभी स्लैब की जांच होती है तो कभी पिलर की जांच हो रही। दावा किया गया था कि ये ब्रिज 50 साल तक चलेगा लेकिन ये 5 साल भी सही तरीके से नहीं चल सका।

गुजरात में तेज विकास बीजेपी का मंत्र है, लेकिन अहमदाबाद में 5 साल पहले बना ब्रिज बीजेपी के लिए सिरदर्द बन गया है। वजह है अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने इस फ्लाईओवर को बनाने में बड़ा घपला कर दिया। हालात ऐसे हैं कि अब इस हाटकेश्वर फ्लाईओवर ब्रिज को गिराने की नौबत आ गई है। ये फ्लाईओवर पिछले 9 महीने से बंद है। फ्लाईओवर का स्लैब और पिलर बेहद कमजोर हैं। ब्रिज की स्ट्रैंथ महज 20 फीसदी है। 4 एजेंसियों की रिपोर्ट में खराब मैटेरियल का खुलासा हुआ है। लेकिन अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के अधिकारी जांच का हवाला देकर खुद का पल्ला झांडने में लगे हुए हैं।

पिछले 9 महीने से इस हाटकेश्वर ब्रिज की जांच चल रही है। पहले स्लैब की जांच हुई और अब पिलर की जांच जारी है। गौरतलब है कि साल 2015 में इस हाटकेश्वर फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण शुरू हुआ था। 2017 में फ्लाईओवर बनकर तैयार हो गया और जनता के लिए खोल दिया गया। 4 साल बाद अचानक 2021 में फ्लाईओवर में दरारें आ गईं तो म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने उसकी मरम्मत करवा कर फ्लाईओवर को दोबारा चालू करा दिया। लेकिन 2022 में फिर एक बार फ्लाईओवर में दरारें आ गईं। जिसके बाद फ्लाईओवर को पूरी तरह बंद कर दिया गया।

जब इस ब्रिज को बनाया जा रहा था उस वक्त दावा किया गया था कि ये ब्रिज 50 सालों तक चलेगा, लेकिन खराब मैटेरियल के इस्तेमाल की वजह से ये 5 साल तक भी नहीं चल सका। भ्रष्टाचार की मिसाल बन चुके इस ब्रिज के मामले में अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया है। अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन का कहना है कि हाटकेश्वर फ्लाईओवर की जांच के लिए अलग-अलग टीमें काम कर रहीं हैं।

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