जम्मू : वैष्णो देवी भवन मार्ग पर हादसा, भूस्खलन में 3 लोगों की मौत, कई श्रद्धालुओं के फंसे होने की आशंका
श्रीनगर। श्री माता वैष्णो देवी भवन मार्ग पर हादसा हो गया है। पंछी हेलीपैड के पास हुए भूस्खलन की वजह से 3 लोगों की मौत की खबर है। हादसे में कई श्रद्धालुओं के फंसे होने की आशंका है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के द्वारा राहत और बचाव का कार्य जारी है।
सामने आया माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ का बयान
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन ट्रैक पर पत्थर गिरने और भूस्खलन हुआ है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंच गई है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ ने पुष्टि की है कि मंदिर के रास्ते पर पत्थर गिरने और भूस्खलन की घटना हुई है. श्राइन बोर्ड की आपदा प्रबंधन टीम तुरंत मौके पर पहुंची और प्रभावित लोगों को बचाने और सहायता प्रदान करने के प्रयास जारी हैं. अधिकारियों ने बताया कि दोपहर करीब 2 बजकर 35 मिनट पर भवन से तीन किलोमीटर आगे पंछी के पास भूस्खलन हुआ, जिससे ऊपरी लोहे की संरचना का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया.
बारिश की वजह से भूस्खलन हुआ
जम्मू-कश्मीर में रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिसकी वजह से भूस्खलन हुआ है. इससे पहले 15 अगस्त को दक्षिणी देवरी के पास श्री माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन हुआ था, जिससे तीर्थयात्रियों के लिए पवित्र मंदिर की यात्रा अस्थायी रूप से बाधित हो गई थी. यह घटना क्षेत्र में भारी वर्षा के बीच घटी थी, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ था.
घटना के बाद रास्ते पर श्रद्धालुओं की आवाजाही रोकी गई
बताया जा रहा है कि मौसम खराब होने की वजह से भूस्खलन हुआ है. लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है जिसकी वजह से यह भूस्खलन हुआ है. मौसम विभाग ने अगले करीब दो हफ्ते तक क्षेत्र में बारिश का अनुमान व्यक्त किया है. राहत की बात रही है कि घटना के वक्त रास्ते पर श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं थी. जिस रास्ते पर भूस्खलन की घटना हुई है फिलहाल उस रास्ते पर श्रद्धालुओं की आवाजाही रोक दी गई है.
यात्रियों से सतर्क रहने की अपील
प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से यात्रा के दौरान सतर्क रहने और रास्ते की स्थिति को देखते हुए आगे बढ़ने की अपील की है. अधिकारियों का कहना है कि भूस्खलन की वजह से रास्ते पर मौजूद मलबे को साफ किया जा रहा है. मलब हटाने के बाद एक बार निरीक्षण किया जाएगा. इसके बाद रास्ते को खोलने पर फैसला लिया जाएगा.