December 24, 2024

Lockdown 3.0: श्रमिक स्पेशल ट्रेन में गूंजी किलकारी, परिवार में दो पीढ़ी से नहीं हुआ था बच्चा

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आजमगढ़।  एक तरफ जहां देश में कुछ लोग बेटी पैदा होना को अभिशाप मानते हैं, वहीं आजमगढ़ जिले के रेशमी नगरी मुबारकपुर में बेटी पैदा होने पर जश्न मनाया जा रहा है।  घर में दो पीढ़ी बाद लाॅक डाउन के दौरान श्रमिक स्पेशल ट्रेन (Special Labour Train) में बेटी ने जन्म (Baby Birth in Train) लिया है जिसे घर वालों के साथ गांव वाले भी लक्ष्मी का अवतार का मान रहे हैं।  प्रसूता के परिजनों का कहना है कि लाॅक डाउन (Lockdown)  में जहाँ दूसरे प्रांत से आ रहे लोगों को शेल्टर होम या क्वांरंटाइन किया गया है, वहीं हमारे पूरे परिवार को घर भेज दिया गया है। 

परिजनों ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद भी किया है।  उनका कहना है कि वे पिछले डेढ़ माह से गुजरात के सूरत में फंसे हुए थे।  उनके पास पैसे नहीं बचे थे और खाने के लाले पड़ गए थे।  ऐसे में बेटी पैदा होने के बाद वहां जच्चा और बच्चा की देखभाल में परेशानी हो रही थी।  यह चिंता हमें कई दिनों से सता रही थी।  इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पेशल ट्रेन चलवाई जिस कारण आज हम अपने परिवार के लोगों के साथ सकुशल यहां पहुंच पाए हैं। 


आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के ओझौली गांव रहने वाले दीनानाथ रोजी-रोटी के लिए सूरत में परिवार के साथ रहते थे।  उसकी पत्नी गभर्वती थी और उनका नौवां माह चल रहा था।  इसी बीच लाॅक डाउन हो गया।  लॉकडाउन के चलते बृहस्पतिवार को सूरत से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में वह अपनी गर्भवती पत्नी चंद्रकला को लेकर आ रहा था।  चलती ट्रेन में देर रात भूसावल के समीप ट्रेन में ही चंद्रकला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई।  ट्रेन के हमारे कोच में बैठी महिलाएं आगे आईं और उसकी नार्मल डिलीवरी होने में मदद की। 


पति दीनानाथ ने बताया कि चलती ट्रेन में ही चंद्रकला ने एक बेटी को जन्म दिया।  देर शाम ट्रेन जब आजमगढ़ पहुंची तो अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गयी।  इसके बाद जच्चा और बच्चा को एम्बुलेंस से जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे घर भेज दिया।  महिला चिकित्सालय की सीएमएस डा. अमिता अग्रवाल ने बताया कि चलती ट्रेन में महिला ने बच्ची को जन्म दिया था लेकिन दोनों में से किसी को कोई समस्या नहीं है। 
घर पहुंचने पर बच्ची को देखकर परिवार के सदस्यों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।  घर पर परिवार और पास पड़ोस के लोगों ने खुशियां मनाई और महिलाओं ने सोहर भी गाया।  बच्ची की दादी का कहना है कि दो पीढ़ी बाद उनके घर में बेटी पैदा हुई। 

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