November 16, 2024

एम्स में पत्रकार की मौत पर उठे सवाल, स्वास्थ्य मंत्री ने दिए जांच के आदेश

नई दिल्ली।  एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती एक पत्रकार ने चौथी मंजिल से छलांग लगा दी. कुछ समय बाद पत्रकार की मौत हो गई. अस्पताल में पत्रकार का कोरोना का इलाज चल रहा था. साधारण तौर पर यह एक आत्महत्या का लग रहा है। 

एम्स ने एक स्टेटमेंट जारी कर पत्रकार की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाते हुए इसे आत्महत्या करार दिया. लेकिन पत्रकार ने खुद की जान के खतरे की बात कही थी. इस मामले में कई सवाल खड़े हो रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने ट्वीट कर पत्रकार के परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की है. उन्होंने इस मामले की तुरंत जांच के लिए एक त्वरित आंतरिक जांंच कमेटी का गठन करने का आदेश एम्स के डायरेक्टर को दिया है साथ ही इस मामले में 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने के आदेश जारी किए हैं.

पत्रकारों के कई व्हाट्सएप ग्रुप पर तरूण सिसोदिया का एक मैसेज बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. इस मैसेज में तरुण कह रहे हैं कि उनकी जान को खतरा है. ट्रॉमा सेंटर का लोकेशन भेज कर वह कहते हैं कि यहां कुछ बड़ा हो रहा है. बहुत गड़बड़ है, उनका मर्डर हो सकता है. फिलहाल इसकी जांच की जा रही है. दिल्ली के पत्रकार संघ और पत्रकार संगठन के लोग तरुण सिसोदिया के मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. 

पत्रकार संगठन मानते हैं कि एम्स की जांच निष्पक्ष नहीं हो पाएगी. जिन्होंने गुनाह किया है उसी को जज बनाओगे तो न्याय कैसे मिलेगा? इस मामले की अगर सीबीआई जांच न हो पाए तो कम से कम न्यायिक जांच जरूर होनी चाहिए जिससे सच्चाई सबके सामने आ पाए.

इसी बीच तरुण को कोरोना वॉरियर घोषित करने की मांग भी की जा रही है. पत्रकारों के एक समूह ने तय किया है कि वह दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से इस मामले में मुलाकात करेंगे और तरुण सिसोदिया को कोरोना वॉरियर घोषित करते हुए उनके परिवार के लिए उचित आर्थिक मदद की भी मांग करेंगे.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ट्वीट करके जानकारी दी कि तरुण सिसोदिया आत्महत्या मामले में एक इंटरनल कमेटी का गठन कर दिया गया है. इस कमेटी में न्यूरो साइंस सेंटर के चीफ प्रोफेसर पद्मा, साइकेट्री डिपार्टमेंट के हेड आरके चड्ढा, एम्स के डिप्टी डायरेक्टर (एडमिनिस्ट्रेशन) पांडा और फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन के प्रोफेसर डॉक्टर यू सिंह इस कमेटी के सदस्य हैं. इस कमेटी को 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया है.

पत्रकारों के विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप में मैसेज वायरल हो रहे हैं. उसमें तरुण यह कहते हुए दिख रहे हैं कि कुछ अच्छा नहीं हो रहा है. मेरा मर्डर हो सकता है. तरुण के दफ्तर के एक साथी शेखर ने कहा फोन के अलावा मैसेज कर तरुण ने जान बचाने की गुहार लगाई थी.

एक व्हाट्सएप ग्रुप में अपने मैसेज में तरुण कहते हैं कि कोई फर्जी है अंदर, जब उसने कहा कि चिंता मत करो तो तरुण उसे मैसेज करते हैं कि जब मैं मर जाऊं तो देख लेना, मार देंगे भाई. इस ग्रुप में वो दूसरा मैसेज करते हैं कि प्लीज बचाओ. इसी ग्रुप में तरुण आगे लिखते हैं कि भाई यह गंदी जगह है. तरुण के इन सारे मैसेजेस से कई सवाल उठते हैं. इससे साफ जाहिर है कि उन्हें खुद अपनी जान के खतरे का एहसास हो गया था और वह मदद की गुहार लगा रहे थे. 

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