Sensex Closing Bell: शुरुआती बढ़त बरकरार नहीं रख पाया शेयर बाजार; सेंसेक्स 110 अंक गिरा, निफ्टी 23550 से नीचे
मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला गुरुवार को भी नहीं थम सका। हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन सेंसेक्स 110.64 अंक गिरकर 77,580.31 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 26.35 अंक कमजोर होकर 23,532.70 पर पहुंच गया। इस दौरान, हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर तीन प्रतिशत तक फिसल गए वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों में एक प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
भारत में बेंचमार्क शेयर सूचकांक लगातार छठे दिन गिरकर कई महीनों के नए निचले स्तर पर पहुंच गए। आज सेंसेक्स 110.64 अंक या 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77,580.31 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 26.35 अंक या 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,532.70 अंक पर बंद हुआ। आज सेक्टोरल इंडेक्स मिले-जुले रुख के साथ कारोबार हुआ। निफ्टी बैंक, ऑटो, मीडिया हरे निशान पर रहे, जबकि एफएमसीजी, फार्मा, पीएसयू बैंक लाल निशान पर रहे।
कोटक सिक्योरिटीज के वीपी-टेक्निकल रिसर्च अमोल अठावले ने कहा कि थोड़े समय के लिए निवेश करने वालों को सतर्क और बहुत चयनात्मक होना चाहिए क्योंकि निचले स्तरों पर फंसने का जोखिम है। जानकारों के अनुसार, दूसरी तिमाही में कंपनियों की अपेक्षाकृत कमजोरआय, विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और थोक व खुदरा महंगाई बढ़ने का बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा।
इकरा एनालिटिक्स के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से लगातार बिकवाली के कारण भारतीय इक्विटी बाजारों में गिरावट देखी गई। इसके अलावा, अक्तूबर में घरेलू खुदरा महंगाई दर आरबीआई के ऊपरी सहनीय स्तर (6%) से आगे निकल गया इससे बाजार में कमजोरी का माहौल बना। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने से बेंचमार्क सूचकांकों का नुकसान और बढ़ गया। कल यानी शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार श्री गुरु नानक देव प्रकाश पर्व के अवसर पर बंद रहेंगे। शेयर बाजार अब सोमवार को खुलेगा।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, “बाजार में सुधार के दौर में, जैसे कि वर्तमान में, हमेशा काउंटर मूव्स होंगे, जो उछाल को सुविधाजनक बनाएंगे। यह अब कभी भी हो सकता है।” ये प्रवाह कितने समय तक टिक सकते हैं? हम आय वृद्धि और मजबूत जीडीपी संकेतों में कितनी जल्दी वापसी की उम्मीद कर सकते हैं? ये प्रासंगिक प्रश्न हैं जिनके उत्तर के लिए हमें इंतजार करना होगा। विजयकुमार ने कहा, “इस बीच निवेशकों को मजबूत मांग वाले क्षेत्रों में गुणवत्ता वाले शेयरों में बने रहना होगा।”