शिक्षाकर्मियों को वेतन की चिंता,कहा – ‘राखी से पहले करें वेतन का भुगतान’
रायपुर। छत्तीसगढ़ में शिक्षाकर्मियों का संविलियन नवंबर में होने वाला है, लेकिन अभी भी उन्हें वेतन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। प्रदेश के कई जिलों के शिक्षाकर्मियों को अभी तक जून महीने के वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। कई ब्लॉक तो ऐसे हैं जहां मई का भी वेतन नहीं दिया गया है, जबकि जुलाई का महीना खत्म होने जा रहा है. शिक्षाकर्मियों ने राज्य सरकार से रक्षाबंधन के त्योहार से पहले वेतन की मांग की है।
प्रदेश के किसी भी जिले में जुलाई का वेतन भुगतान नहीं हुआ है. शिक्षाकर्मियों को वेतन के भुगतान के लिए संविलियन अधिकार मंच के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे साथ संगठन के पदाधिकारियों ने पंचायत विभाग के मंत्री टीएस सिंहदेव को मांगों से अवगत कराया है. इसके साथ ही संचालक एस प्रकाश, आरएमएसए और एसएसए के संचालक जितेंद्र शुक्ला, नगरीय प्रशासन विभाग के अपर संचालक सौमिल रंजन चौबे को ज्ञापन सौंपकर समस्या से अवगत कराते हुए रक्षाबंधन से पहले वेतन भुगतान की मांग रखी है. ताकि वे बिना किसी समस्या के त्योहार मना सकें.
संविलियन अधिकार मंच ने ज्ञापन के साथ-साथ उन ब्लॉक की सूची भी सौंपी है, जहां मई और जून माह के वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. नगरीय प्रशासन विभाग और पंचायत विभाग जून माह तक के वेतन भुगतान के लिए पहले ही आवंटन जारी कर चुका है, बावजूद इसके कई ब्लॉक में वेतन भुगतान नहीं किया गया है. इसके पीछे स्थानीय कार्यालयों की गड़बड़ी बताई जा रही है.
संविलियन अधिकार मंच ने सूची के जरिए अधिकारियों के सामने इस बात को भी रखने की कोशिश की है, ताकि अधिकारियों को भी यह पता चल सके कि उच्च कार्यालय से आवंटन जारी करने के बावजूद स्थानीय कार्यालय शिक्षाकर्मियों को वेतन भुगतान करने में कोताही बरती जा रही हैं और राशि को एरियर्स और अन्य मद में खर्च कर दिया जा रहा है.
संविलियन अधिकार मंच के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे ने बताया कि ‘जिन-जिन ब्लॉक में मई और जून माह का वेतन भुगतान नहीं हुआ है उनकी सूची बनाकर हमने उच्च अधिकारियों को सौंपी गई है. जुलाई तक का वेतन भुगतान करने के लिए ज्ञापन सौंपा है, ताकि रक्षाबंधन के त्योहार के पूर्व शिक्षाकर्मियों को वेतन भुगतान हो सके और उनका परिवार भी रक्षाबंधन का त्योहार मना सकें’. उन्होंने कहा कि, ‘उच्च अधिकारी पूरे मामले को संज्ञान में लेकर जल्द वेतन भुगतान कराएंगे और समस्या का निराकरण होगा’.