रिचर्ड डॉकिंस अवॉर्ड से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय बने जावेद अख्तर
मुंबई। प्रख्यात लेखक व गीतकार जावेद अख्तर को प्रतिष्ठित रिचर्ड डॉकिन्स पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह अवॉर्ड तर्कसंगत विचार, धर्मनिरपेक्षता और मानव विकास और मानवीय मूल्यों को अहमियत देने के चलते मिला है।
चाहे सोशल मीडिया हो या विभिन्न शहरों में आयोजित सत्र, अख्तर सीएए और इस्लामोफोबिया जैसे विषयों पर हमेशा मुखर रहे हैं।
इस पुरस्कार को साल 2003 से दिया जा रहा है, जो ब्रिटिश विकासवादी जीवविज्ञानी रिचर्ड डॉकिंस के नाम पर है।
अख्तर इस मौके पर उपलब्ध नहीं थे, लेकिन उनकी गर्वित पत्नी और दिग्गज अभिनेत्री शबाना आजमी ने कहा, “वह इस पुरस्कार को पाने वाले पहले भारतीय हैं. इससे पहले बिल मेहर और क्रिस्टोफर हिचन्स को यह पुरस्कार मिल चुका है. यह एक बहुत बड़े सम्मान की बात है.”शबाना आजमी ने ट्विटर पर जावेद के अवॉर्ड से सम्मानित होने की खबर को साझा करते हुए उन्हें बधाई दी.
बॉलीवुड एक्टर अनिल कपूर और अभिनेत्री दीया मिर्जा ने भी रविवार को ट्विटर पर इस पुरस्कार के लिए जावेद अख्तर को बधाई दी है।
सलीम खान के साथ दीवार, ज़ंजीर और शोले जैसी प्रतिष्ठित फिल्मों के लिए पटकथा लिख चुके जावेद को इससे पहले पद्म श्री (1999), पद्म भूषण (2007) से सम्मानित किया जा चुका है।
अनुभवी गीतकार और पटकथा लेखक को सर्वश्रेष्ठ गीतकार के लिए पांच राष्ट्रीय पुरस्कार और यहां तक कि साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।