देश में बॉक्सिंग को मिली हरी झंडी, लागू होंगे ये नियम
नई दिल्ली। देश में जब भी मुक्केबाजी के मुकाबले बहाल होंगे, कोरोनावायरस महामारी के मद्देनजर वे दर्शकों के बिना होंगे. इसके साथ ही वातानुकूलित जगहों की बजाय अच्छे हवादार स्थानों पर होंगे और 60 वर्ष से अधिक उम्र के अधिकारी प्रतियोगिता स्थल पर नहीं जा सकेंगे।
मुक्केबाजी में अभ्यास और प्रतियोगिताओं की बहाली को लेकर 19 पन्ने की मानक संचालन प्रक्रिया में भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने स्वास्थ्य को लेकर वही दिशा निर्देश रखे हैं जिनका सुझाव भारतीय खेल प्राधिकरण ने दिया है.
इसमें एक पन्ना उन प्रोटोकॉल का है जो राष्ट्रीय स्तर पर मुक्केबाजी स्पर्धाएं बहाल होने पर अमल में लाया जाएगा. इसमें कहा गया, “प्रतिस्पर्धाएं दर्शकों के बिना होंगी. सिर्फ सीमित संख्या में जरूरी लोगों को ही वहां प्रवेश दिया जाएगा. वॉलिंटियर की संख्या में कटौती होगी.”
इसमें कहा गया, “वातानुकूलित परिसरों से बचे क्योंकि इनसे संक्रमण फैल सकता है. खुले हवादार वेन्यू पर ही स्पर्धाएं होंगी.”
फिलहाल मुक्केबाजी की कोई स्पर्धा नहीं होनी है लेकिन अक्टूबर-नवंबर में बीएफआई राष्ट्रीय टूर्नामेंट कराना चाहता है जिसके बाद एशियाई चैम्पियनशिप होगी.
एक अन्य दिशा निर्देश में कहा गया, “60 वर्ष से अधिक उम्र के अधिकारी प्रतियोगिता स्थल पर नहीं होंगे क्योंकि उनमें संक्रमण का खतरा अधिक होता है.”
प्रतियोगिताओं के दौरान मुक्केबाजों और अधिकारियों को अलग अलग कमरे दिए जाएंगे. इसके साथ ही डाइनिंग हॉल नहीं होगा बल्कि पैकेट में लंच और डिनर मिलेगा.
बता दें कि खेल मंत्रालय ने सोमवार को अपने खेल परिसरों और स्टेडियमों में अभ्यास फिर से शुरू करने के लिए हरी झंडी दे दी. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोरोनावायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन के चौथे चरण में इनको खोलने की अनुमित दी थी, जिसके बाद खेल मंत्रालय ने यह फैसला किया.
वहीं, दूसरी ओर देश में कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव तेज गति पर है. इस क्रम में 24 घंटे के अंदर सामने आए 6,088 संक्रमित मरीजों का जहां नया रिकॉर्ड बना वहीं इस दौरान कुल 148 मरीजों की मौत हुई. इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,18,447 हो चुकी है और अब तक कुल 3,583 मौतें हुई हैं.