November 14, 2024

‘निलंबन कराओ, फिर घर के पास बहाली पाओ’ मनचाही पोस्टिंग पाने के अजीबोगरीब फॉर्मूले का खुल गया राज

गुना। सरकारी नौकरी में काम में लापरवाही पर निलंबन को अमूमन सजा माना जाता है, लेकिन गुना जिले के शिक्षा विभाग में निलंबन मनचाही पोस्टिंग का फार्मूला बन गया है. इसका खुलासा तब हुआ जब जिले में तैनात जिला शिक्षा अधिकारी और घर के नजदीक के स्कूल में बहाल हुए शिक्षकों की तबादले का राज खुला.

आरोप है कि जिले के दूरदराज इलाके में तैनात शिक्षकों ने मनपसंद स्कूल में पोस्टिंग के लिए पहले डीईओ से मिलकर खुद का निलंबन कराया, फिर विभागीय जांच की कार्रवाई का नाटक के बाद शिक्षकों को उनके मनपसंद घर के नजदीक वाले स्कूल में बहाल कर दिया.

रिपोर्ट के मुताबिक गुना डीईओ ने तबादला बहाली के अधिकार का फायदा उठाकर एक साल में दर्जनों शिक्षकों को निलंबित कर मनचाहे स्कूल में पोस्टिंग दी गई. पड़ताल में सामने आया कि मुख्यालय से 60-70 किमी दूर पदस्थ शिक्षकों को निलंबन के बाद डीईओ ने मामूली कार्रवाई कर नजदीक स्कूल में बहाल कर दिया. बीते मंगलवार को गुना कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर सिसोदिया को मामले में जमकर फटकार लगाई और कई मामलों में संदेह होने की बात भी कही थी. मामले काा वीडियो भी सामने आया था, जिसके बाद कलेक्टर ने पूरे मामले में शिक्षा विभाग के दस्तावेजों की जांच जिला पंचायत के सीईओ को सौंपी है.

बता दें कि सरकारी स्कूलों में तैनात शिक्षकों का तबादला प्रदेश स्तर और प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से होता है. डीईओ को भले ही शिक्षकों के तबादले का अधिकार नहीं हैं, लेकिन डीईओ को अधिकार है कि वह निलंबित शिक्षक की बहाली जिले के किसी भी स्कूल में कर सकता हैं.

गौरतलब है अभी तक जांच में कई अनियमितता सामने आई हैं, जिसका प्रतिवेदन कलेक्टर को भेजा गया है. जांच में शिक्षकों के मनचाही पोस्टिंग का मामला भी तस्दीक हुआ है. अब देखने वाली बात होगी कि शिक्षा विभाग में निलंबन और बहाली के कितने घोटाले हुए हैं, जो सामने आ सकते हैं. इससे शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

आरोप है कि जिले से 60 किमी दूर तैनात जितेंद्र शर्मा नामक शिक्षक को निलंबन के बाद उसकी बहाली उसके घर से महज 15 किमी पर प्राथमिक विद्यालय सलैया राय बमोरी में हुई है. आरोपी शिक्षक को गत 15 मार्च को निलंबित कर विभागीय जांच कार्रवाई के बाद बहाल कर दिया.

वहीं, सत्येंद्र दोहरे नामक शिक्षक जो गुना से 60 किलो मीटर दूर पदस्थ थे निलंबन के बाद घर से 5 किमी दूर बहाल कर दिया गया. गत 5 फरवरी को कलेक्टर ने स्कूल में शराब पीने के मामले में सस्पेंड सत्येंद्र दोहरे को डीईओ ने जांच के बाद 21 जून को जिला मुख्यालय से 5 किमी दूर रानीगंज में पदस्थ कर दिया है.

शिक्षा विभाग में निलंबन और बहाली के फार्मूले मामले पर जिला कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने कहा कि विभाग में बड़ी अनियमितताएं उजागर हुई है, जिनकी जांच चल रही है. जांच में दोषी पाए गए शिक्षकों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

गुना जिला मुख्यालय से करीब 80 किमी दूर बमोरी के डिगडोली में पदस्थ शिक्षक देवेंद्र राजौरिया को गत 21 दिसंबर 2023 को निलंबित किया था, लेकिन निलंबन के 28 दिन बाद ही उसे गुना जिले के सिरसीकलां प्रथमिक विद्यालय में पदस्थ कर दिया. बताया जाता है कि देवेंद्र राजौरिया की विभागीय जांच अभी तक लंबित है.

शिक्षा विभाग में निलंबन और बहाली के फार्मूले मामले पर जिला कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने कहा कि विभाग में बड़ी अनियमितताएं उजागर हुई है, जिनकी जांच चल रही है. जांच में दोषी पाए गए शिक्षकों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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