आयकर छापेमारी,मोदी-शाह की नीयत में खोट : मोहन मरकाम
रायपुर। छत्तीसगढ़ में आयकर छापेमारी के विरोध में कांग्रेस ने शनिवार को जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदेशभर से आए सैकड़ों पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने राजधानी के गांधी मैदान में सभा की। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के नेतृत्व में आयकर भवन को घेरने पैदल निकले। कार्यकर्ता केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। हाथ में मोदी सरकार की तानाशाही की तख्तियां लिए कार्यकर्ता गॉस मेमोरियल मैदान के सामने पहुंचे। पुलिस ने जब रोका तो प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सड़क पर बैठ गए और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन करते हुए बैरिकेट को तोड़ दिया। युवक कांग्रेस और एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं की पुलिस से झूमाझटकी भी हुई। पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को जब रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ दौड़ लगा दी। अंत में कार्यकर्ताओं ने टिन के बैरिकेट को तोड़ा और आयकर भवन पहुंच गए। वहां मौजूद पुलिस ने दर्जनों कार्यकर्ताओं को कार्यालय के अंदर घूसने से रोका। मोहन मरकाम ने कहा कि आयकर कार्रवाई में पहली बार ऐसा हुआ कि राज्य के प्रशासनिक अमले को सूचना नहीं दी गई। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की नीयत में खोट है।
मरकाम ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता डरेंगे नहीं, बल्कि लड़कर जवाब देंगे। पहले अंग्रजों से लड़े थे, अब इनसे लड़ेंगे। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। मरकाम ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार छत्तीसगढ़ की सरकार को अस्थिर कर रही है। मोदी सरकार की तानाशाही नीतियों के विरोध में प्रदर्शन हो रहा है। 15 साल संघर्ष करने के बाद रमन सिंह सरकार को उखाड़ फेंकने में कांग्रेस सफल हुई। छत्तीसगढ़ सरकार की लोकप्रियता विदेश में भी बढ़ी है। भाजपा का ग्राफ लगातार गिर रहा है, इसलिए ये हथकंडा अपनाया जा रहा है।
धरना-प्रदर्शन में कांग्रेस के कई विधायक और महापौर मौजूद थे। बस्तर से लेकर सरगुजा और कोरिया से लेकर कवर्धा तक के कार्यकर्ता सुबह 11 बजे से ही गांधी मैदान में जुटने लगे। कांग्रेस के प्रदर्शन में इतनी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे कि गांधी मैदान से काली मंदिर तक का मार्ग तीन घंटे तक बाधित रहा।