छत्तीसगढ़ : कृषि वैज्ञानिकों ने बनाया सैनिटाइजर टनल और स्प्रे, बस्तर में प्रारम्भ – ऐसे कर रहा काम…देखें …
रायपुर/जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए तरह तरह के तरीके इजात किये जा रहे हैं। रायपुर के एक किसान ने जहाँ बॉडी सैनिटाइज़र स्प्रे बनाया हैं वहीँ जगदलपुर में जिला प्रशासन ने खुद एक सैनिटाइज़र टनल तैयार करवाया हैं। दोनों ही प्रयोग कोरोना के संक्रमण को रोकने की दिशा में कारगर साबित हो सकते हैं। बस्तर में फिलहाल अभी तक कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है। यहां जिला प्रशासन के द्वारा छत्तीसगढ़ का पहला सैनिटाइजर टनल बनाया गया है।
जगदलपुर में लगे टनल में सिर्फ 30 सेकंड में भीतर दाखिल होने वाला व्यक्ति सिर से पांव तक सैनिटाइज हो जाता हैं । कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि इस सैनिटाइजर टनल में सेंसर लगे हुए हैं, जिससे फव्वारे के रूप में सैनिटाइजर निकलता है। गाइडलाइन के अनुसार पानी के साथ 1 पीपीएम सोडियम हाइपोक्लोरोफिल मिलाया गया है, जिससे मानव शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा, साथ ही 500 लीटर के सैनिटाइजर टनल से 1000 लोग सैनिटाइज हो सकेंगे। लगभग 6 से 7 घण्टे फव्वारों से सेनिटाइजर निकलते रहेंगे। इधर मुख्य बाजार पहुंच रहे लोगों ने भी जिला प्रशासन के इस व्यवस्था की तारीफ करते हुए कहा कि चूंकि यह शहर का मुख्य बाजार है और हर दिन काफी बड़ी संख्या में लोग सब्जियां लेने यहां पहुचते हैं। ऐसे में इस सैनिटाइजर टनल की मदद से लोग सिर से पांव तक सैनेटाइज होकर बाजार में प्रवेश करेंगे। वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि ऐसे ही सैनिटाइजर टनल शहर के अस्पतालों और भीड़-भाड़ इलाके में भी बनाने की जरूरत है, ताकि बस्तर के लोग कोरोना वायरस के प्रकोप से अपने आप को बचा सकें। इधर बाजार पहुंचने वाले लोग सैनिटाइजर टनल से गुजरें इसके लिए पुलिस बल की तैनाती भी की गई है। ताकि सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया का कड़ाई से पालन किया जा सके। बहरहाल इस तरह के टनल और स्प्रे हर सार्वजानिक जगहों पर आज की जरूरत हैं।