जान की कीमत चुका रहे मजदूर, तीन अलग अलग हादसों में 16 की मौत
मुजफ्फरनगर/गुना/समस्तीपुर। गरीब मजदूरों को लॉकडाउन की कीमत अपनी जान देकर चुकाना पड़ रही है। दो वक्त की रोटी की तलाश में इन्हें यहां से वहां भटकना पड़ रहा है। साधनों के अभाव में हजारों किमी पैदल ही सफर करना पड़ा रहा है और हादसों का शिकार हो रहे हैं। बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक यूपी के Muzaffarnagar, मध्यप्रदेश के Guna और बिहार के Samastipur में हुए अलग-अलग हादसों में 16 मजदूरों की जान चली गई। सबसे ज्यादा 8 मजदूरों ने गुना में जान गंवाई जहां एक कंटेनर और बस में जोरदार टक्कर हुई। 50 के करीब घायल हुए हैं।
ताजा खबर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से है। यहां सड़क पर चल रहे मजदूरों को बस ने कुचल दिया। 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 4 ने कुछ देर बाद दम तोड़ दिया। 5 मजदूर घायल हैं। पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया और अन्य कामगारों को ट्रक से आगे रवाना कर दिया। जानकारी के मुताबिक, घटना बीती रात की है। बस ताज डिपो आगरा की है। ड्रायवर फरार है। बताया जा रहा है कि ड्रायवर नशे में था। एसएसपी अभिषेक यादव ने 6 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, ये मजदूर मूल रूप से बिहार के थे, हरियाणा में काम करते थे और सहारनपुर होते हुए जा रहे थे। रात 11 बजे घलौली चेकपोस्ट व रोहाना टोल प्लाजा के बीच पीछे से सहारनपुर की ओर से आई रोडवेज बस ने कई कामगारों को कुचल दिया।
इंस्पेक्टर अनिल कपरवान के अनुसार, सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंचे। 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां इलाज के दौरान 4 लोगों की जान चली गई।हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई।मृतकों में 28 वर्षीय बिजेंद्र पिता श्याम निवासी बख्तियारपुर (बिहार) और 20 वर्षीय हर्ष निवासी बडोली गोपालगंज (बिहार) शामिल हैं। इन दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। अन्य मृतकों की शिनाख्त नहीं हो सकी है। घायलों के नाम हैं – सुशील, नाथू सैनी, पवन सैनी और प्रमोद (निवासी गोपालगंज, बिहार), रामजी राय (निवासी अलीपुर, बिहार)।
गुरुवार सुबह श्रमिक स्पेशल ट्रेन से मजदूर बिहार पहुंंचे थे। यहां के मुजफ्फरपुर से बस में सवार होकर ये कटिहार जा रहे थे, तभी समस्तीपुर के पास बस और ट्रक की भिड़ंत हो गई। अब तक 2 लोगों की मौत हुई है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।