मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के दौरान फोन पर लोगों से की बात : कहा गांव में कोई भी भूखा ना रहे,सरकार करेगी पूरी मदद
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लॉकडाउन के बीच जनता की नब्ज जानने के लिए फोन पर सीधे समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों से बातचीत की और उन्हें आ रही दिक्कतों के सम्बंध में जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने अपने निवास से फोन के जरिये इनसे बातचीत की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों की हर संभव मदद के लिए पूरे प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में रहने वाले किसान, मजदूर, नर्स, ग्रामीण, सफाईकर्मी, सब्जी दुकानदार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और महिला सरपंच से बातचीत की।
भूपेश बघेल ने आज एम्स के निदेशक डॉ. नितिन एम. नागरकर से टेलीफोन पर बात कर उनसे वहां भर्ती कोरोना के मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली. डॉ नागरकर ने मुख्यमंत्री को बताया कि इन मरीजों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है, उनकी हालत स्थिर है।
मुख्यमंत्री ने जशपुर जिले की ग्राम पंचायत जूजगु की महिला सरपंच कुंती बनवासी से फोन पर पूछा कि उनकी ग्राम पंचायत में उचित मूल्य की दुकान से राशन मिलना शुरू हुआ है या नहीं. कुंती ने बताया कि दो माह के राशन का वितरण प्रारंभ कर दिया गया है. लोगों को घर पहुंचाकर चावल दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने उनके इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि राशन पहुंचाते समय यह भी ध्यान रखें कि ज्यादा भीड़-भाड़ ना हो. मुख्यमंत्री ने स्कूलों के बच्चों को मध्यान्ह भोजन की सामग्री और आंगनबाड़ी के बच्चों को पोषण आहार वितरण के संबंध में भी पूछा।
मुख्यमंत्री ने सरपंच से यह ध्यान रखने के लिए कहा कि गांव में कोई भूखा न सोए. कुंती ने बताया कि गांव में तीन ऐसे लोग हैं जिनके राशनकार्ड नहीं बने हैं. मुख्यमंत्री ने ऐसे लोगों को ग्राम पंचायत में रखे गए दो क्विंटल चावल में से चावल देने को कहा. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर चावल खत्म हो जाए तो अतिरिक्त चावल अधिकारियों से बोलकर प्राप्त कर लें. बघेल ने गांवों में साफ-सफाई का ध्यान रखने और यदि गांव में किसी के कोरोना संक्रमण होने की जानकारी मिलती है तो इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
बघेल ने गांवों में खेती किसानी के काम और दुग्ध उत्पादन की स्थिति के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह जनता के साथ है और हर संभव मदद करेगी. कुंती ने मुख्यमंत्री को उनकी ग्राम पंचायत जूजगु आने का न्यौता दिया।