… और जब खाट के सहारे एक किलोमीटर दूर खड़ी एंबुलेंस तक पहुंचाया गया मरीज
बीजापुर। छत्तीसगढ़ की बीजापुर जिले में कई ऐसे गांव ऐसे हैं, जहां सड़क या पुल नहीं होने से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला जिले के भैरमगढ़ ब्लॉक के टिंडडोढ़ी गांव में देखने को मिला है। यहां 65 वर्षीय बुजुर्ग सुखो पोयाम के शरीर में सूजन आ गई और तेज बुखार हो गया, जिसके बाद 108 एंबुलेंस को कॉल कर बुलाया गया।
सूचना मिलते ही एंबुलेंस अस्पताल से तुरंत गांव की ओर रवाना हुई, लेकिन गांव तक नहीं पहुंच पाई। दरअसल टिंडडोढ़ी गांव तक पहुंचने के लिए 9 किलोमीटर का रास्ता तय करना था, लेकिन पगडंडी और कच्ची सड़क से 8 किलोमीटर दूरी तय करने के बाद आगे का रास्ता बंद पड़ा था, जिसकी वजह से एंबुलेंस 1 किलोमीटर दूर जाकर खड़ी हो गई।
स्वास्थ्य टीम ने बताया कि वे मरीज को लेने पैदल ही निकल पड़े और परिजनों के सहयोग से खाट पर मरीज को लिटाकर एंबुलेंस तक लाया गया। ऐसे कई अंदरूनी क्षेत्रों तक स्वास्थ्य विभाग की टीम को पहुंचने के लिए कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। इसका मुख्य कारण इन गांवों में सड़क का नहीं होना है। जब-जब इन क्षेत्रों में किसी मरीज की तबीयत खराब होती है, तो 108 एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार इसके बारे में शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।