कोरोना वायरस ने लगाया 75 साल बाद क्रिकेट पर ब्रेक
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से दुनिया भर में खेल गतिविधिया बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। क्रिकेट के इतिहास में यह तीसरा मौका है जब यह खेल वैश्विक स्तर पर प्रभावित हुआ है। कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में 8 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं। दक्षिण अफ्रीकी टीम के भारत दौरे के रद्द होने के साथ क्रिकेट प्रभावित होना शुरू हुआ और पाकिस्तान सुपर लीग और न्यूजीलैंड का घरेलू क्रिकेट इस संक्रमण के हालिया शिकार बने।
दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम का भारत दौरा कोरोना वायरस की वजह से बीच में ही रद्द कर दिया गया। इंग्लैंड टीम का श्रीलंका दौरा इस वायरस की भेंट चढ़ा। न्यूजीलैंड टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे का एक मैच खाली स्टेडियम में खेला गया, इसके बाद दौरे को रोकना पड़ा। आईपीएल 2020 को आगे बढ़ाया गया है और इसे कुछ महीनों बाद कराने पर विचार किया जा रहा हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के करीब 75 साल बाद क्रिकेट की गतिविधियां पूरी तरह बंद हुई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 1877 में टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत के बाद वर्तमान समय से पहले दो बार बाहरी परिस्थितियों के कारण क्रिकेट की गतिविधियां प्रभावित हुई थी। यह संयोग ही कहा जाएगा कि दोनों बार विश्व युद्ध की वजह से क्रिकेट के मुकाबले प्रभावित हुए थे। यह पहला मौका है जब क्रिकेट किसी आपदा की भेंट चढ़ा। पहली बार भारत में भी क्रिकेट गतिविधियां बंद की गई हैं।
इस दौरान भारत के फर्स्ट क्लास क्रिकेट को छोड़कर दुनियाभर में क्रिकेट की कोई गतिविधि नहीं हुई। 210 से ज्यादा फर्स्ट क्लास क्रिकेटर ब्रिटिश आर्मी से जुड़े थे जिसकी वजह से इंग्लैंड का क्रिकेट 2 सितंबर 1914 से स्थगित हो गया था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, द. अफ्रीका और वेस्टइंडीज ने भी अपने फर्स्ट क्लास क्रिकेट को निलंबित कर दिया था।
इंग्लैंड ने दूसरा विश्व युद्ध शुरू होते ही क्रिकेट गतिविधियों पर विराम लगाया। ऑस्ट्रेलिया ने लोगों के मनोबल को बढ़ाए रखने के लिए 1939-40 तक शैफील्ड शील्ड चालू रखा। इसके बाद उसे भी इस टूर्नामेंट पर रोक लगानी पड़ी। दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड में फंड एकत्रित करने के लिए मुकाबले होते रहे। भारत में रणजी ट्रॉफी और बॉम्बे पैंटाग्युलर टूर्नामेंट जारी रहा।