छत्तीसगढ़ का देसी फ्रिज कई दिन सुरक्षित रखेगा सब्जी व फल
रायपुर (जनरपट)| छत्तीसगढ़ सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत करने के लिए लगातार कदम उठा रही है। इसी क्रम में सब्जी और फलों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के मकसद से कम लागत के देसी फ्रिज तैयार करने पर जोर दिया जा रहा है। इस फ्रिज के लिए बिजली या बैटरी की जरूरत नहीं है, क्योंकि इसे ईंट और रेत से तैयार किया गया है। भूपेश बघेल सरकार ने इस दिशा में काम करते हुए किसानों की धान खरीदी 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर निर्धारित की है। इसके अलावा कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, गरूवा, घुरवा व बाड़ी को भी नई पहचान दिलाने की बीड़ा उठाया है।
सब्जियों और फलों को ज्यादा दिनों तक सुरक्षित रखा जाए, इसके लिए देसी फ्रिज ‘जीरो एनर्जी कूल चैंबर’ मददगार हो सकता है। पिछले दिनों राष्ट्रीय कृषि मेले में भी इसका प्रदर्शन किया गया था। इस देसी फ्रिज को आईएआरआई, पूसा द्वारा विकसित किया गया है।
उद्यान विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि कृषि उपज के भंडारण के बेहतर इंतजाम न होने की वजह से किसानों द्वारा उगाए जाने वाले फल और सब्जियां बाजार तक पहुंचने से पहले ही खराब हो जाते हैं, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
इस स्थिति में देसी फ्रिज किसानों के लिए लाभदायक हो सकता है। जानकार बताते हैं कि सामान्य तरीके से रखे गए टमाटर का जीवन सात दिन होता है और इस अवधि में इसके वजन में 18.6 फीसदी की कमी भी आ जाती है। जबकि इस कूल चैंबर में रखे गए टमाटर 15 दिन तक जीवित रहते हैं तथा इनके वजन में मात्र 4.4 फीसदी की कमी आती है। इसका फायदा उठाकर किसान अपनी उपज का भंडारण कर कुछ दिन बाद भी बाजार में बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकते हैं।
इस देसी फ्रिज में रखे फल और सब्जियों में जल्दी सिकुड़न नहीं आती और आद्र्रता भी कम नहीं होती, जिस कारण इनकी ताजगी लंबे समय तक बनी रहती है।
इस फ्रिज के निर्माण की तरकीब आसान है। इसके निर्माण में ईंट की दो आयताकार दीवारें एक-दूसरे के समानांतर बनाई जाती हैं, जिनके बीच की खाली जगह को रेत से भर दिया जाता है। इस रेत पर दिन में दो बार पानी का छिड़काव किया जाता है, जिससे रेत में गीलापन बना रहे और तापमान स्थिर रहे। इसके बीच के हिस्से में फल व सब्जी रखने के लिए चैंबर बनाए जाते हैं और बांस आदि का छप्पर बनाकर इस पूरी संरचना को ढक दिया जाता है, ताकि धूप व गर्म हवा से का संपर्क न हो सके।
उद्यान विभाग के सहायक संचालक मनोज कुमार ने बताया कि जल्द ही छत्तीसगढ़ की सभी मंडियों में देसी फ्रिज लगाए जाएंगे।