छत्तीसगढ़ में जनता कर्फ्यू : सड़कों पर पसरा सन्नाटा, 31 मार्च तक बंद रहेंगे बाजार
रायपुर। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए किए गए जनता कर्फ्यू के आव्हान का असर छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में देखने को मिल रहा है। सड़कों पर सन्नाटा पसरा पड़ा है। जनता कर्फ्यू का असर कई इलाकों में कल ही देखने को मिलने लगा था। रायपुर में कोरोना वायरस संक्रमित मरीज मिलने के बाद विशेष सतर्कता बरती जा रही है। छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना के खिलाफ जंग के लिए एहतियातन कई कदम उठाए हैं। सरकार ने पानी, बिजली और स्वच्छता जैसी अत्यावश्यक और पुलिस, दमकल, दवा, अस्पताल समेत अन्य आपाकालीन सेवाओं को छोड़कर राज्य के सभी सरकारी कार्यालय 31 मार्च तक बंद कर दिए हैं। रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर नगर निगम सीमा के 75 किलोमीटर के दायरे में यह व्यवस्था लागू रहेगी। अफसर और कर्मचारी घर से ही काम करेंगे। जहां जरूरी है, वहां सीमित संख्या और पालियों में स्टाफ को बुलाया जाएगा। यात्री बस सेवा 29 मार्च तक के लिए बंद कर दी गई। अंतरराज्यीय बस सेवा पहले ही रोक दी गई थी।
होटल, रेस्टोरेंट, बार, क्लब के साथ ही शराब दुकानों को भी बंद करने का फैसला किया गया है। जमीन की सरकारी गाइड लाइन दर को एक अप्रैल के स्थान पर पहली मई से लागू करने का फैसला किया गया है। सरकार ने निजी समेत सभी अस्पतालों के लिए गाइड लाइन जारी की है। इसमें सर्दी, खांसी और बुखार वाले मरीजों के लिए अलग ओपीडी की व्यवस्था करने और जहां संभव हो फोन पर ही मरीजों को सलाह देने के लिए कहा गया है।
सुरक्षा की दृष्टि से विदेश और देश के दूसरे राज्यों से लौटने वालों पर राज्य सरकार ने नजर रखने का फैसला किया है। इसके लिए प्रदेश के गांवों में मुनादी कराई जाएगी। इस दौरान ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सक्रिय मितानिनें लोगों को आगाह करेंगी।
जनता कर्फ्यू के दौरान रविवार को पूरे छत्तीसगढ़ में सभी तरह की परिवहन सेवाएं बंद रहीं। सड़क परिवहन को सरकार ने पहले ही बंद करने का आदेश किया है। हवाई और रेल सेवा भी अगले कुछ दिनों तक प्रभावित रहेगी। रायपुर आने और जाने वाली आठ विमान सेवाएं रविवार को बंद हैं। वहीं, लोकल और लंबी दूरी की ज्यादातर ट्रेनें भी नहीं चलेंगी।