ट्रेन कोचों का आइसोलेशन वार्ड के लिए हो सकता है इस्तेमाल, सरकार ले सकती है बड़ा फैसला
नई दिल्ली। देश में हर गुजरते दिन के साथ कोरोना वायरस मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। देश में अब तक 600 से ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। यह खतरनाक वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है ऐसे में मेडिकल सेवाएं प्रभावित होने की आशंका बन गई है। मेडिकल इमरजेंसी के दौरान अस्पतालों में बेड की संख्या कम पड़ सकती है, इसे देखते हुए रेलवे बड़ा कदम उठाने पर विचार कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार को हुई बैठक में रेलवे अधिकारियों ने रेल मंत्री और रेल बोर्ड चैयरमेन की मौजूदगी में हुई बैठक में ट्रेन के कोचों को कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए अस्थाई तौर पर आइसोलेशन वार्ड बनाने का प्रस्ताव दिया है जिस पर विचार किया जा रहा है।
भारतीय रेलवे रोजाना 13, 523 ट्रेनों का संचालन करता है, फिलहाल रेलवे ने 14 अप्रैल तक अपनी ट्रेन सेवा को स्थगित कर रखा है। बैठक के दौरान रेलवे के खाली पड़े कोचों को आइसोलेशन वार्ड के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए यह प्रस्ताव दिया गया। डिवीजनल मैनेजर और सभी जोनों के मैनेजर्स की बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई थी।
बैठक के दौरान इस पर भी चर्चा की गई कि कैसे कोचों को आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए रेलवे की प्रोडक्शन यूनिट जरूरी संसाधन जैसे वेंटिलेटर्स, बेड्स, ट्रॉली का कैसे निर्माण कर सकती है। यह विचार पीएम मोदी द्वारा कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए इनोवेटिव आइडिया लाने का कहने के बाद सामने आया है।
WHO के मुताबिक भारत में 1 हजार लोगों पर 1 बेड भी नहीं है। यह 0.7 बेड है जबकि भारत इसे बढ़ाकर 1000 पर 2 बेड करने की कोशिश कर रहा है। वहीं WHO के मुताबिक भारत में 1000 लोगों पर कम से कम 3 बेड की जरुरत है।
कोरोना वायरस ने दुनियाभर में कोहराम मचा दिया है। इस वायरस ने अब तक दुनिया में 20 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। वहीं 4 लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। हर गुजरता दिन दुनिया के लिए बेहद भारी साबित हो रहा है।