December 23, 2024

देश के दूसरे राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के 90 हजार मजदूर : वापस बुलाने की गुहार,एक्शन में दिख रही सरकार

bhup-baghe

रायपुर।  देश भर में कोविड-19 महामारी रोज कमा कर खाने वालों के लिए काल बन गई है। इसके चलते सबसे ज्यादा संकट मजदूरों पर आ गया है।लॉक डाउन की वजह से छत्तीसगढ़ के करीब 90 हजार मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं।  अब इन मजदूरों के सामने पेट पालने की समस्या खड़ी हो गई है।  इनके पास खाने को राशन तक नहीं हैं।  अब ये मजदूर सरकार से प्रदेश वापस बुलाने की गुहार लगा रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गाइडलाइन जारी होने के बाद अब सूबे की भूपेश बघेल सरकार मज़दूरों की वापसी को लेकर एक्शन में भी हैं। 


राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर मजदूरों को वापस लाने का दावा कर रही है. बावजूद इसके अब तक इन मजदूरों की वापसी नहीं हो सकी है।  हाल ही में कोटा में फंसे हजारों छात्र-छात्राओं को राज्य सरकार ने वापस छत्तीसगढ़ बुलाया है, जिसके बाद अन्य राज्य में फंसे मजदूरों में भी उम्मीद की किरण जागी है। 


अन्य राज्यों फंसे मजदूरों से लगातार मुख्यमंत्री ओर मंत्री संपर्क में बने हुए हैं।  यहां तक कि कुछ दिन पहले खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने जम्मू-कश्मीर में फंसे मजदूरों से वीडियो कॉलिंग कर बातचीत की. मंत्री ने उन्हें हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया था, साथ ही कुछ राशि उनके खातों में डालने की भी बात कही थी।  


श्रम मंत्री शिव कुमार डहरिया ने बताया कि छत्तीसगढ़ के लगभग 90 हजार मजदूर देश के अन्य राज्यों में फंसे हैं, जिनको लाने के लिए प्रयास किया जा रहा है।  वहीं छत्तीसगढ़ में फंसे तकरीबन 26 हजार मजदूरों के लिए 400 शिविर लगाए गए हैं।  मंत्री ने कहा कि जैसे ही केंद्र सरकार की अनुमति मिलेगी, मजदूरों को वापस छत्तीसगढ़ बुला लिया जाएगा। 


कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लगाए गए लॉकडाउन को एक माह से ज्यादा का समय बीत चुका है।  ऐसे में छत्तीसगढ़ के अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों के पास न तो रोजगार है और न ही खाने-पीने की व्यवस्था, जिससे परेशान होकर मजदूर सोशल मीडिया के जरिए राज्य सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं।  अब सरकार ने वापस लाने का वादा तो किया, लेकिन कब तक वापस आएंगे यह साफ नहीं किया। 

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