धमतरी : पिता ने लिखा, बेटियों ने गाया, कोरोना से बचाव को संगीतमय संदेश
धमतरी। लॉकडाउन की वजह से स्कूली बच्चों को घर में ही रहना पड़ रहा है. इस दौरान बच्चे अपनी अलग-अलग कला के माध्यम से संदेश दे रहे हैं, अपने घर में रहकर कोई पेंटिंग तो, कोई संगीत के माध्यम से संदेश देने का काम कर रहा है. ऐसे ही ग्राम मगरलोड की रहने वाली दो स्कूली छात्राओं ने अपने पिता के लिखे छ्त्तीसगढ़ी गीत के माध्यम से लोगों को संदेश दिया है।
रेणुका हिरवानी और उसकी बहन गीतिका हिरवानी ने गाने के माध्यम से लोगों को संदेश दिया है और अपील की है कि वे अफवाह संदेशों बचे. साथ ही अपने घर में ही रहे. शासन-प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करें. बेवजह घर से न निकले घर में रहकर हाथों को बार-बार धोएं और स्वच्छता पर हमेशा ध्यान देते रहे, जिससे कोरोना जैसे वैश्विक माहमारी को जल्द से जल्द खत्म करने में सफलता मिल पाएगी। बच्चियों के पिता और गीतकार नेमीचंद हिरवानी ने बताया कि उन्होंने इस कोरोना से बचाव के लिए गीत के माध्यम से लोगों को संदेश दिया है. उन्होंने बताया कि छ्त्तीसगढ़ी बोली बहुत ही मीठी होती है और प्रदेशवासियों को आसानी से समझाने के लिए छत्तीसगढ़ी में लिखा है।