बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में राजस्व विभाग की खुफिया एजेंसी ने एक बड़ी कार्रवाई की है। रायपुर के कस्टम विभाग ने बिलासपुर रेलवे स्टेशन से तकरीबन डेढ़ करोड़ का सोना बरामद किया है। बताया जा रहा है कि जीएसटी विभाग ने सोने की अवैध तरीके से तस्करी की जानकारी कस्टम को दी। इसके बाद कार्रवाई करते हुए कस्टम के अफसरों ने बिलासपुर रेलवे स्टेशन में दबिश देकर सोने की एक बड़ी खेप को बरामद किया। सोने के साथ दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। कार्रवाई में जीएसटी विभाग के अधिकारी भी शामिल थे।
आरोपी आशिफ गुलाब मुल्ला और बसंत राव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस पूरे मामले में जीएसटी की असिस्टेंट कमिश्न याचना ताम्रे का कहना है कि पूरे मामले में सेंट्रल जीएसटी और कस्टम ने कार्रवाई की है। सेंट्रल जीएसटी के अफसर ही इस पर विस्तृत जानकारी दे सकते हैं, स्टेट जीएसटी का इससे दूर रखा गया था।
दरअसल, कोलकाता से मुंबई जा रहे महाराष्ट्र के दो लोगों को रायपुर कस्टम ने बिलासपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया। उनके पास से विभाग के अधिकारियों ने लगभग ढाई किलो सोना जब्त किया। इसकी कीमत 1.15 करोड़ रुपये आंकी गई है। खुफिया राजस्व अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को जिला न्यायालय बिलासपुर में पेश किया, जहां से सभी को सेंट्रल जेल बिलासपुर भेज दिया गया। इस दौरान इस पूरे कार्रवाई में राजस्व खुफिया एजेंसी और रायपुर कस्टम को बिलासपुर सेंट्रल जीएसटी विभाग ने सोना तस्करी की सूचना दी।
इसी जानकारी के आधार पर विशेष टीम ने लगातार तीन दिनों से ट्रेनों पर संयुक्त नजर रखे हुए थे। इसी बीच महाराष्ट्र अवठी के ग्राम लोहा गांव के रहने वाले बसंत राव पिता सुभाष राव पाटिल 28 वर्ष और महाराष्ट्र सांगली के सालसिंगे निवासी असिक गुलाब मुल्ला पिता गुलाब मुल्ला 38 साल कोलकाता से बिलासपुर पहुंचे। खुफिया टीम ने अचानक से छापामार कार्यवाही की और इनके पास से तकरीबन 1.15 करोड़ के सोने की सिल्ली और बिस्किट जब्त किए। पूछे जाने पर इन आरोपियों के पास सही पेपर और जवाब नहीं थे,लिहाजा ये साफ हो गया कि ये तस्करी का ही सोना है।