मध्य प्रदेश में कांग्रेस से दिग्विजय सिंह,भाजपा से सुमेर सिंह दूसरे राज्यसभा प्रत्याशी
भोपाल। भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद अब दूसरे प्रत्याशी के रूप में सुमेर सिंह सोलंकी के नाम की घोषणा की है। भाजपा की नजर अब राज्यसभा की दूसरी सीट पर भी है। सुमेर सिंह आदिवासी वर्ग से आते हैं। उधर कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश विधानसभा पहुंचकर राज्यसभा के लिए नामांकन भरा। नामांकन भरने के दौरान उनकी पत्नी अमृता सिंह और बेटे जयवर्धन सिंह, विवेक तन्खा और कांग्रेस के कई बड़े नेता मौजूद रहे। कांग्रेस ने दूसरी राज्यसभा सीट के लिए अभी किसी के नाम की घोषणा नहीं की है। राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को नामंकन भरेंगे। यह भी कहा जा रहा था कि भाजपा में शामिल होने से पहले ही उनसे इसको लेकर बात हो चुकी थी। माना जा रहा है कि भाजपा सिंधिया को राज्यसभा में भेजकर वहां केंद्रीय मंत्री बनाएगी।
दिग्विजय सिंह राज्यसभा के लिए नामंकन भरने के बाद कहा कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन में विचारधारा की लड़ाई लड़ी और इससे कभी समझौता नहीं किया। मेरे जीवन में इस बात का पूरा प्रयास हुआ कि मैं जनसंघ का सदस्य बनूं, लेकिन जब उनकी विचारधार मैंने देखी तो निर्णय लिया कि वह विचारधारा मुझसे मेल नहीं खाती। सिंह ने कहा कि, इसके बाद मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सदस्यता ली और अपनी आखिरी सांस तक मैं विचारधार की लड़ाई लडूंगा। मैं अपनी बात पर कायम रहने का आदि हूं। मेरे लिए पद बड़ा नहीं है विचारधारा बड़ी है। आज देश में जो हालात हैं, जिस प्रकार से देश की अर्थ व्यवस्था बिगड़ रही है, देश की गंगा-जमुनी संस्कृति को बिगाड़ा जा रहा है, इस समय हम सब एक होरक कट्टरपंथी विचार धारा का विरोध कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मेरे शासनकाल में किसी भी कटृटरपंथी हिंदू और मुस्लिम ने कोई भड़काऊ भाषण नहीं दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 19 विधायक परिवार से बात नहीं कर पा रहे, उनके मोबाइल छुड़ा लिए गए हैं। उनके इस्तीफें भूपेंद्र सिंह लेकर आते हैं और फिर कहते हैं कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है।