December 25, 2024

मप्र के घमासान में छत्तीसगढ़ का तड़का, जोगी पिता-पुत्र ने सियासी आग में डाला ‘घी’

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रायपुर।  मध्य प्रदेश  के सियासी तूफान में कुछ का उखड़ना तय है, तो कुछ पैर जमाए हुए हैं कि वे तनिक भी डिग नहीं रहे. सत्ता की चाहत में सियासी तूफान अब बवंडर में तब्दील हो चुका है और इसकी जद क्या भोपाल, क्या रायपुर , क्या जयपुर , क्या गुरुग्राम , दिल्ली  के सियासी गलियारों में भी अब तेज हवाएं चल रही है. मोदी-शाह निवास से लेकर सिंधिया हाउस तक और बीजेपी दिग्गजों के निवास तक में सत्ता के लिए शह-मात का हवन धधक रहा है. सत्ता प्राप्ती के इस सियासी हवन में बेंगलुरु की आहुति महत्वपूर्ण मानी जा रही है. तो वहीं गुरुग्राम में ठहरे बीजेपी के सभी विधायकों का भी रुख हवन की सिद्धि पर निर्भर करता है।

इन तमाम सियासी बवंडर के बीच छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री और राजीव गांधी के कहने पर कलेक्टर का पद छोड़कर राजनीति में आए  अजीत जोगी   ने आग में घी डालने का काम किया है. अजीत जोगी ने ट्वीट कर एमपी  की सियासी आग में ट्वीट का घी डालाते हुए लिखा कि सिंधिया को पीसीसी अध्यक्ष या राज्यसभा ना देकर कांग्रेस ने ऐसी भूल की की सरकार ही चली जाएगी. ऐसे कुप्रबंधन के लिए कमलनाथ दिग्विजय सिंह और काफी हद तक कांग्रेस आलाकमान जिम्मेदार है, उन्हें संभल कर चलना पड़ेगा।

7 विधायकों और 14 फीसदी वोट के साथ छत्तीसगढ़ का प्रथम और एकमात्र मान्यता प्राप्त राजनीति दल जोगी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अमित जोगी ने बैक टू बैक तीन ट्वीट कर राहुल गांधी से लेकर भूपेश बघेल, कमलनाथ, अशोक गहलोत तक को कटघरे में खड़ा कर दिया है. अमित जोगी ने अपने पहले ट्वीट में लिखा है कि मध्यप्रदेश क्राइसेस की गलतियों से छत्तीसगढ़ कांग्रेस को सीख लेनी चाहिए. बहुतम कितना भी विशाल क्यों ने हो, उसे लोकतंत्र अहंकार और तानाशाही में बदलने का अधिकार नहीं देता है. छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया बनने में देरी नहीं लगेगी।
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