रविवार 22 मार्च को सुबह 7 से रात 9 तक जनता कर्फ्यू,घर से बाहर न निकलें
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से इस समय पूरा विश्व संकट के गंभीर दौर से गुजर रहा है। इस संकट ने पूरी मानव जाती को संकट में डाल दिया है। पहले और दूसरे विश्वयुद्ध में भी इतने लोग प्रभावित नहीं हुए थे, जितने अभी कोरोना से प्रभावित हो रहे हैं। दो महिनों में भारतवासियों ने इस बीमारी का डटकर मुकाबला किया है। बीते कुछ दिनों से ऐसा लग रहा है कि हम संकट से बचे हुए हैं। वैश्विक महामारी से निश्चिंत होने की ये सोच सही नहीं है। इसलिए सभी भारतीयों का सजग रहना जरूरी है।
आज में देशवासियों से कुछ मांगने आया हूं। मुझे आपसे कुछ सप्ताह चाहिए। हम जैसे लोगों पर कोरोना का संकट सामान्य बात नहीं है। पूरे विश्व के प्रभाव को देखते हुए हम यह नहीं सोच सकते की भारत पर इसका असर नहीं पड़ेगा। इससे निपटने के लिए दो चीज जरूरी है। पहला संकल्प और दूसरा संयम। वर्तमान में जरूरी यह है कि केंद्र और राज्य सरकार का गाइडलाइन का पालन करें। इस समय एक ही मंत्र काम करता है ‘ हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ’ । संयम का मतलब यह है कि भीड़ से बचना, घर से निकलने से परहेज करना। हमारा संकल्प और संयम इस बीमारी से निपटने में बड़ी भूमिका निभाने वाला है।
यदि आप घूमते फिरते रहेंगे तो अपने प्रियजनों के साथ अन्याय करेंगे। जितना हो सके अपना काम संभव हो तो अपने काम अपने घर से करें। मेरा आग्रह है कि हमारे वृद्धजन घर से बाहर न निकले। मैं जब छोटा था उस समय हम अनुभव करते थे। युद्ध की स्थिति में ब्लेक आऊट किया जाता था। मैं 22 मार्च रविवार को जनता कर्फ्यू की अपील करता हूं।
राज्य सरकारें जनता कर्फ्यू को लागू करें। कुछ लोग संक्रमित होने के खतरे के बावजूद अपने काम में लगे हुए हैं। देश ऐसे सभी लोगों को सलाम करता है। मैं चाहता हूं हम रविवार को ऐसे सभा लोगों को शाम 5 बजे घर के दरवाजे या खिड़की के सामने खड़े होकर ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करेंगें। हन उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करेंगे।’ सेवा परमो धर्म’ को मानने वाले ऐसे कोरोना सेनानियों के लिए हमको आभार व्यक्त करना है। मेरा सभी देशवासियों से आग्रह है कि सामान्य चेकअप के लिए घर से निकलने से बचे। यदि कोई सर्जरी जरूरी नहीं हो तो उसको भी टाल दे।
इस महामारी का आर्थिक हालत पर भी असर पड़ा है। इसके लिए सरकार ने जरूरी कदम उठाए हैं। सरकार ने कोरोना से अर्थव्यवस्था पर होने वाले प्रभाव से निपटने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है। मेरा उच्च वर्ग के लोगों से आग्रह है कि आप जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं उनका ख्याल रखें। वो सर्विस पर न आए तो उनका वेतन न काटे। देश में जरूरी सामान की कमी न हो इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। मेरी देशवासियों से अपील है की चीजों का संग्रहण न करें। इस संकट को देशवासियों ने अपना संकट माना है। मुझे भरोसा है कि आने वाले समय में भी देशवासी अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे। ये संकट काफी बड़ा और वैश्विक है। अभी हमें अपना सारा सामर्थ्य कोरोना से बचाव में लगाना है।
सभी देशवासियों को इस बीमारी से निपटने में योगदान देना है। कुछ दिनों बाद नवरात्र का पर्व आ रहा है। देश पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़े। मैं आग्रह करूंगा सेवा करने वालों का धन्यवाद करने का।