राजधानी के पास सेमरिया पहुंचा 21 हाथियों का दल ,ग्रामीण भयभीत
रायपुर। राजधानी रायपुर से लगे आरंग ब्लॉक स्थित ग्राम सेमरिया के लोगों की नींद हराम हो गई, क्योंकि रात होते ही हाथियों का दल गांव पहुंच गया। हाथियों का दल धान खरीदी केन्द्र में रखे धान को खाया, साथ ही काफी नुकसान भी पहुंचाया है। रात में हाथियों के आने से गांव वाले अनहोनी की आशंका को लेकर दहशत में हैं। हाथियों ने किसानों की फसल को भी बुरी तरह रौंदा है। नया रायपुर के रेंजर वीएन दुबे का कहना हैं की आरंग ब्लॉक के सेमरिया गांव में पिछले दो रातों से 21 हाथियों का दल आ रहा है। हाथियों ने धान खरीदी केन्द्र में रखे धान को खाया है। जिन रास्ते से वे वापस लौटे हैं वहां की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। विभाग फसल नुकसान का आकलन करवा रहा है।
वन विभाग नुकसान का आकलन कर इसका मुआवजा देगा। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि महानदी में पानी कम हो गया है, इसलिए हाथियों का दल आया था। वन विभाग की टीम हाथियों के हरकत पर नजर रखी हुई है।
राजधानी से महज 50 किलोमीटर दूर स्थित सेमरिया में 21 जंगली हाथियों का दल शुक्रवार की रात करीब एक बजे पहुंच गया। हाथियों का दल भोजन की तलाश में सबसे पहले गांव के धान खरीदी केन्द्र में धावा बोलकर वहां रखे धान को खाया। इसके बाद ग्रामीणों के फसल को रौंदते हुए वापस लौट गया।
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि हाथियों का यह दल महासमुंद के जंगल से भटककर यहां पहुंच रहा है। हाथियों का दल पिछले साल से करीब आठ बार राजधानी में प्रवेश कर चुका है। इसके बाद भी वन विभाग की आंख नहीं खुल रही है। वन विभाग के अधिकारी जंगली हाथियों के नाम पर कागजों में दिशा निर्देश दे रहे हैं, बाकी नतीजा शून्य है।
हाथियों का दल खेतों के रास्ते ही पहुंचकर धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचा रहा है। भय से किसान खेतों में काम करने नहीं जा पा रहे हैं। हाथियों का दहशत सेमरिया से लेकर आस-पास के गांवों तक देखी जा सकती है। गांव वाले दिनभर सिर्फ एक दूसरे से हाथी की लोकेशन ले रहे हैं।
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि 21 हाथियों का दल महासमुंद जिले में भ्रमण करते रहता है। गर्मी शुरू होते ही महानदी में पानी कम हो जाता है। पानी कम होते ही हाथियों का दल रायपुर जिले में दस्तक देता है। उन्होंने बताया कि वन विभाग के कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है।