रेलवे का बड़ा ऐलान : जनता कर्फ्यू के चलते नहीं चलेंगी देश भर में 3700 पैसेंजर ट्रेने
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए आज भारतीय रेलवे ने एक बड़ी घोषणा की है। इसके अनुसार शनिवार 21 मार्च की रात से रविवार, 22 मार्च की रात 10 बजे तक सारी पैसेंजर ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। कोरोना के संक्रमण से आम जनता को बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है। पैसेंजर ट्रेनों में सामान्य रूप से अक्सर भीड़ होती है। सारे कोच खचाखच भरे रहते हैं। ऐसे में संक्रमण बहुत घातक रूप ले सकता है।
रेलवे ने यह भी व्यवस्था दी है कि मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और सिकंदराबाद में उपनगरीय रेल सेवाओं को केवल 22 मार्च, रविवार को आवश्यक यात्रा की आवश्यकता को पूरा करने के लिए चलाया जाएगा, लेकिन इनका संचालन बहुत कम होगा।
कोरोना के कारण शनिवार रात से रविवार रात तक देश में रेल यातायात ठप रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘जनता कफ्र्यू’ के पालन के आहवान के मद्देनजर रेल मंत्रालय ने शनिवार रात 12 बजे से रविवार रात 10 बजे के बीच देश में रेल यातायात को पूरी तरह बंद रखने का निर्णय लिया है। इस दौरान पहले से चल रही ट्रेनों को रास्ते के स्टेशनों पर रोक लिया जाएगा और यात्रियों को प्रतीक्षालयों में रखा जाएगा। यही नहीं, इस दौरान मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और दिल्ली जैसे महानगरों में लोकल ट्रेनों का संचालन भी अत्यंत सीमित रहेगा।
यह पहली बार हो रहा है कि रेल संचालन इतनी बड़ी संख्या रोका गया है। रेल मंत्रालय की ओर से सभी महाप्रबंधकोंको जारी निर्देश के अनुसार 21-22 मार्च की उक्त अवधि के दौरान कोई भी जोन अपने यहां से कोई ट्रेन नहीं चलाएगा। इसका मतलब हुआ कि देश भर में रोजाना चलने वाली 2400 पैसेंजर ट्रेने तथा 1300 मेल/एक्सप्रेस ट्रेने नहीं चलेंगी। इन ट्रेनों के लिए की गई बुकिंग रद मानी जाएगी और इनका पूरा पैसा यात्रियों को रिफंड किया जाएगा।