शराब दुकान खोलने की सुगबुगाहट, रमन सिंह ने CM भूपेश पर साधा निशाना
रायपुर। कोरोना वायरस संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के तहत छत्तीसगढ़ भी बंद है, लेकिन इस बीच सरकार शराब दुकान 7 अप्रैल के बाद खोलने जा रही है। शुक्रवार को आबकारी विभाग ने आदेश जारी कर शराब दुकानों के संचालन के लिए चार सदस्यीय कमेटी बना दी है। सरकार के इस निर्णय पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने तीखा विरोध दर्ज कराया है।
उन्होंने केरल का उदाहरण देते हुए कहा कि लॉकडाउन रहते वहां भी सरकार ने शराब दुकान खोलने की अनुमति दी थी, लेकिन लोगों ने विरोध दर्ज कराया और हाईकोर्ट में याचिका लगा दी थी। कोर्ट ने इस पर सुनवाई के दौरान केरल में शराब दुकान खोले जाने पर प्रतिबंध लगाए जाने का आदेश दिया है। डॉ रमन ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी सरकार के इस फैसले का भाजपा हर स्तर पर विरोध करेगी। पूरा प्रदेश इसका विरोध करेगा। यदि इस प्रतिबंध को हटाया गया तो हम भी कोर्ट जाएंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस को हम सब आपदा के रूप में देख रहे हैं। एक दूसरे से दूरी बनाकर रखने पर इतना जोर दिया जा रहा है कि स्कूल, कॉलेज, दुकान, माल सब कुछ बंद कर दिया। जहां 10 आदमी भी इक्कठे होते हैं, उन जगहों को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
दवा, दूध और सब्जी को सशर्त छूट दी गई है, लेकिन मुझे आश्चर्य हो रहा है कि मंदिरा प्रेमियों के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है? यह बेहद आपत्तिजनक है। शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। सरकार ने अपने आदेश में मदिरा प्रेमियों की मांग पर आबकारी विभाग के अधिकारियों की कमेटी बना दी है। इसमें कोई विशेषज्ञ, सोशल एक्टिविस्ट, डॉक्टर जैसे लोग नहीं लिए गए हैं जो कोरोना का शराब से कनेक्शन बता सकें। बल्कि यह स्पष्ट हो चुका है कि शराब से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, इससे इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है।