राज्य महिला आयोग के समक्ष पहुंचा अवैध संबंधों का अजीब मामला
गरियाबंद के शिक्षक पहली पत्नी से तलाक लेकर दूसरा विवाह किया, अब लीव इन में तीसरी महिला के साथ
रायपुर| राज्य महिला आयोग की जनसुनवाई में अवैध संबंधों का एक अजीब मामला सामने आया है। गरियाबंद के एक स्कूल शिक्षक ने पहली पत्नी से तलाक ले लिया। उसके बाद चूड़ी प्रथा के जरिये उसने दूसरी महिला से विवाह किया। अब वह एक तीसरी महिला के साथ लीव इन में रह रहा है। मामले को सुनने के बाद महिला आयोग ने लीव इन में रह रही महिला को नारी निकेतन भेज दिया है।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने बताया, एक शिकायत आई थी जिसमें आवेदन करने वाली महिला का पति गरियाबंद के एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक है। उसकी पहली पत्नी से दो बच्चे हैं, जो उसके साथ ही रहते हैं। उसकी पहली पत्नी किसी के साथ भाग गई थी। इस आधार पर उसने तलाक ले लिया था। 2017 में उसने आवेदन करने वाली महिला से चूड़ी प्रथा के जरिये दूसरा विवाह किया। इस संबंध से भी उसके एक बेटा है जो अब चार साल का हो गया। इस बीच एक तीसरी महिला से भी उसका सबंध हो गया। फरवरी 2022 में वह उसके साथ लीव इन में रहने लगा। इस मामले की सुनवाई के दौरान तीसरी महिला का कहना था, शिक्षक की पत्नी उनके संबंधों पर शक करती थी। उसको जगह-जगह बदनाम कर दिया था। जिसकी वजह से वह समाज में मुंह दिखाने के लायक नहीं थी। ऐसे में उन दोनों ने विवाह का अलग घर बसा लिया। सुनवाई के दौरान शिक्षक पति ने भी अनैतिक संबंध की बात स्वीकार कर लिया। आयोग ने पाया कि पत्नी को तलाक दिये बिना अनैतिक संबंध को बढ़ावा देना सिविल सेवा नियमों के खिलाफ है। पत्नी चाहे तो शिक्षा विभाग को आवेदन देकर इसपर कार्रवाई करा सकती है। फिलहाल लीव में रह रही महिला को नारी निकेतन भेज दिया गया है। सुनवाई में अध्यक्ष डॉ. नायक के साथ सदस्य नीता विश्वकर्मा और बालो बघेल भी मौजूद रहीं।
एक महिला ने एक व्यक्ति पर जल संसाधन विभाग में नौकरी लगाने का झांसा देकर रुपए लेने का आरोप लगाया। पिछले सुनवाई में आरोपित व्यक्ति ने शिकायतकर्ता को एक लाख 50 हजार रुपया वापस भी किया था। रविवार की सुनवाई में शिकायतकर्ता दो गवाहों को साथ लेकर आई। गवाहों ने बताया, उसने भी अपने बेटे की नौकरी के लिए आरोपित को पैसे दिये थे। इसमें एक और व्यक्ति शामिल था। नौकरी के नाम पर पैसा उगाही का मामला होने से इस प्रकरण को थाना गोलबाजार के द्वारा जांच कर उचित कार्यवाही हेतु सम्पूर्ण दस्तावेज दिया गया।