आम जनता से मिले फीडबैक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, “जमीनी स्तर पर दिख रहा है योजनाओं का अच्छा क्रियान्वयन”
अधिकांश अधिकारी-कर्मचारी कर रहें है, निष्ठापूर्वक कार्य, कार्य के प्रति लापरवाह लोगों के खिलाफ की जा रही है अनुशासनात्मक कार्रवाई
नरवा कार्यक्रम का संचालन अभियान के रूप में करें, जल प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन तैयार करे कार्य योजना
पात्र लोगों को मिले वन अधिकार मान्यता पत्र, आवर्ती चराई के गौठानों को करें समय पर पूर्ण
मुख्यमंत्री ने भटगांव में अधिकारियों के साथ की योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा
रायपुर| मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि भ्रमण के दौरान जमीनी स्तर पर योजनाओं का अच्छा क्रियान्वयन दिख रहा है। अधिकांश अधिकारी-कर्मचारी निष्ठापूर्वक कार्य कर रहे हैं, जो अधिकारी-कर्मचारी कार्य के प्रति लापरवाह हैं, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान भटगांव के एसईसीएल विश्राम गृह में अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक में इस आशय के विचार प्रकट किए। इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री पारस नाथ राजवाड़े और मुख्यमंत्री के सचिव श्री एस.भारतीदासन भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री हर विधानसभा क्षेत्र के दौरे के बाद दूसरे दिन आमजनों से मिले प्रतिक्रिया उपरांत लगातार जिले के अधिकारियों के साथ क्षेत्र में योजनाआंे के क्रियान्वयन की समीक्षा कर रहे हैं। बैठक में मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग, शिक्षा, वन और स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की मुख्य रूप से समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री बघेल को गत दिवस बिहारपुर में छात्रों द्वारा पढ़ाई से जुड़ी अनियमितता के बारे में बताया गया था। मुख्यमंत्री ने इस पर तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी को वहां के शिक्षकों का तबादला करने और नए शिक्षक भेजने को कहा। साथ ही आदेश की अवमानना करने पर निलंबित करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि जमीन से जुड़ी और कब्जे की शिकायत मिल रही है। राजस्व अधिकारी इसे गंभीरता से लें।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान गत दिवस हॉस्पिटल के निरीक्षण के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में दवाइयों आदि का पूरा लेखा-जोखा रखें। दवाइयों की आवक-जावक की पूरी जानकारी पृथक से रखने की व्यवस्था हो। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि जो होना चाहिए वह करिए और जो नहीं हो सकता, वह नहीं होना चाहिए। निलंबन वहीं किया गया है जहां किसी ने गलत कार्य किया है। अधिकारी-कर्मचारियों को पूरी दक्षता से काम करना चाहिए, लोगों में आक्रोश तभी होता है जब काम अच्छे से नहीं करते हैं अथवा समय सीमा में कार्य नहीं होते। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने पात्र आदिवासी और गैर आदिवासी समुदाय के लोगों को वनाधिकार पत्र प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने पानी की समस्या के लिए नरवा कार्यक्रम के माध्यम से जल संरक्षण तथा भूजल स्तर को बढ़ाने पर जोर देने को कहा। उन्होंने कहा कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था भी हो। जल प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन विस्तृत कार्ययोजना तैयार करे। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आवर्ती चराई के अन्तर्गत आने वाले गौठानों को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।