अति तीक्ष्ण चक्रवाती तूफान में बदल सकता है ‘अम्फान’ : मौसम विभाग
नई दिल्ली। मौसम विभाग ने बताया है कि 18 मई तक ‘अम्फान’ के अति तीक्ष्ण चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है. मौसम विभाग के मुताबिक 20 मई की शाम तक ‘अम्फान’ पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट को पार कर सकता है।
चक्रवात अम्फान से जुड़ी तैयारियों को लेकर राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने भी शनिवार को समीक्षा बैठक की.
इस चक्रवात के ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट से टकराने की आशंका है. समिति ने इन दो राज्यों को तत्काल मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में हुई समिति की बैठक में बंगाल की खाड़ी में आसन्न चक्रवात के लिए तैयारियों का जायजा लिया. कैबिनेट सचिव ने मौजूदा स्थिति और राहत अभियानों की तैयारियों की समीक्षा की और तत्काल मदद उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए.
बैठक के दौरान राज्य सरकारों के संबंधित अधिकारियों ने चक्रवाती तूफान के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निबटने के लिए अपनी तैयारियों की पुष्टि की.
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), सशस्त्र बलों और भारतीय तटरक्षक बल को सतर्क किया गया है और राज्य सरकार के अधिकारियों से समन्वय करने को कहा गया है.गृह, रक्षा मंत्रालयों के साथ-साथ भारतीय मौसम विभाग और एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया. राज्य सरकारों के मुख्य सचिवों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बैठक में हिस्सा लिया.
इससे पहले यह चक्रवात शनिवार की सुबह पश्चिम बंगाल में दीघा के दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में 1,220 किलोमीटर की दूरी पर था.शनिवार को मौसम कार्यालय ने बताया कि इस तूफान के प्रभाव से 19 मई से राज्य के तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. क्षेत्रीय मौसम विभाग के निदेशक जी के दास ने बताया कि कम दबाव का क्षेत्र रविवार की शाम तक भयंकर चक्रवात में बदल सकता है और यह 17 मई तक उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ सकता है.
दास ने बताया कि इसके प्रभाव से उत्तर और दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली समेत पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में 19 मई और 20 मई को भारी बारिश होने का अनुमान है.
मछुआरों को 18 मई से 21 मई तक पश्चिम बंगाल-ओडिशा तटों और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के पास नहीं जाने की सलाह दी गई है और जो समुद्र में हैं, उन्हें 17 मई तक तटों की ओर लौटने को कहा गया है.मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों और इसके आसपास 45 से 55 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से हवा चलने और फिर 19 मई की दोपहर से 65 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है। हवा की गति 20 मई की सुबह 75 से 85 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने की संभावना है.