गवर्नर से मिले अमित जोगी, कहा – चुनाव लडऩे से रोकने की कोशिश हो रही
रायपुर । छत्तीसगढ़ में मरवाही उपचुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को इसी सिलसिले में बिलासपुर रवाना हुए। वे देर शाम पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक करेंगे। इधर राजधानी में पूर्व विधायक अमित जोगी ने राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से मुलाकात की। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें चुनाव लडऩे के रोकने के लिए एससी, एसटी अधिनियम में बदलाव किया गया है। चुनावी जंग की शुरुआत ही राजनितिक आरोप प्रत्यारोप के दौर से शुरू हुआ हैं।
मरवाही के पूर्व विधायक अमित जोगी ने आरोप लगाया कि सरकार ने चुनाव लडऩे से रोकने के लिए सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने राज्यपाल से मिलकर बताया कि एससी, एसटी और ओबीसी अधिनियम को मनमाने ढंग से बदलने के लिए राज्यपाल के नाम का दुरूपयोग किया गया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को विश्वास में लिए बिना उनके नाम से और आदेशानुसार असाधारण राजपत्र में कानून की विपरीत नियमों में संशोधन आदेश जारी करना भारत की संवैधानिक व्यवस्था के साथ आपराधिक धोखाधड़ी है।
गौरतलब है कि अमित जोगी की फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले की सुनवाई जिला स्तरीय कमेटी कर रही है। ऐसे समय में जब 9 तारीख से नामांकन दाखिल होना है, कलेक्टर के फैसले पर निगाहें टिकी हुई है। अमित ने समिति के गठन को ही गलत ठहराया है। दूसरी तरफ, कांग्रेस और भाजपा ने चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को दोपहर बाद सडक़ मार्ग से बिलासपुर के लिए रवाना हुए। उनके साथ शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम हैं।
सूत्रों के मुताबिक बिलासपुर में वे प्रमुख नेताओं के साथ चुनाव प्रचार की रणनीति को लेकर चर्चा कर सकते हैं। बिलासपुर के नेता अटल श्रीवास्तव को चुनाव समन्वयक बनाया गया है। जबकि विधायक शैलेष पाण्डेय, मोहित केरकेट्टा को भी वहां प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है। मरवाही विधानसभा को चार भागों में बांटा गया है। यहां चुनाव प्रचार की कमान राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल संभाल रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने प्रत्याशी तय करने के लिए बूथ कार्यकर्ताओं से राय ली है और उनके सुझाव को वरिष्ठ नेताओं के बीच बैठक में रखी जाएगी। माना जा रहा है कि 9 तारीख को ही प्रत्याशी की घोषणा की जा सकती है।