यूनेस्को एवं अंतर्राष्ट्रीय गणितीय संघ से अमुजुरी बिश्वनाथ को मिला आईडीएम 2022 का आयोजक मान्यता
०० विश्व व्यापी 1430 एवं भारत में 5 तथा छत्तीसगढ़ दंतेवाड़ा से एक मात्र कार्यक्रम को स्वीकृति मिला
०० वर्ष 2022 अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस हेतु “मैथमेटिक्स यूनाइट्स” का थीम युनेस्को निर्धारित किया
दंतेवाड़ा| संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन यूनेस्को, अंतर्राष्ट्रीय गणितीय संघ, इमेजिनरी ऑर्गनाइजेशन एवं क्लॉस त्सिरा स्टिफ्टंग के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस योजना संचालित किया जा रहा है। गणित स्थिरांक पाई (π) जिसका मूल्य 3.14 है, इसिको सूचित करते हुए मार्च 14 को अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस तथा पाई दिवस के रूप में मनाया जाता है। यूनेस्को द्वारा आईडीएम 2022 के थीम “मैथमेटिक्स यूनाइट्स” का निर्धारित किया गया। वर्ष 2022 हेतु विश्व व्यापी 1430, भारत में 5 कार्यक्रम अधिकारिक रूप से आयोजित किया जा रहा है। जिसमें यह कार्यक्रम को विश्व स्तर पर ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से आयोजित करने हेतु भारत से छत्तीसगढ़ दंतेवाड़ा में कार्यरत आस्था विद्या मंदिर के शिक्षक तथा भारत सरकार विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग भारतीय विज्ञान कांग्रेस संस्था के आजीवन सदस्य अमुजुरी बिश्वनाथ को अधिकार रुप से अंतर्राष्ट्रीय गणितीय संघ एवं आइडीएम314 संस्था द्वारा मान्यता मिला। छत्तीसगढ़ से एक मात्र आयोजक अमुजुरी बिश्वनाथ बताया कि गणितीय ज्ञान व कौशल के माध्यम से मानव जीवन में उपयोग तथा आवश्यकता में गणित का भूमिका के बारे में विभिन्न गतिविधियों माध्यम से साझा किया जाएगा। भारत में संचालित हेतु भारत सरकार विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के अंर्तगत भारतीय विज्ञान कांग्रेस संस्था, ऑल इंडिया रामानुजन मैथ्स क्लब, आस्था विद्या मंदिर जावंगा, राष्ट्रीय शिक्षक वैज्ञानिक परिषद भारत, रमन साइंस एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम नेशनल काउंसिल ऑफ यंग साइंटिस्ट्स और इग्नाइटिंग ड्रीम्स ऑफ यंग माइंड्स फाउंडेशन इंडिया और पाणिग्रही जनरल स्टडीज फाउन्डेशन दुर्ग के सहयोग से आयोजित किया जारहा है। अन्तर्राष्ट्रीय गणित पखवाड़ा 2022 विद्यार्थियों, गणित प्रिय व्यक्तियों, शिक्षकों, पेशेवर व्यक्तियों, वैज्ञानिकों एवं आम जनता केलिए मार्च 14 से 28 तक विभिन्न वेबीनर, प्रतियोगिता, प्रोजेक्ट एवं अवार्ड्स के माध्यम से निः शुल्क आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम को विश्व के विभिन्न प्रतिष्ठान 16 अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाएं, परिषदों तथा आयोगों से सहमति प्राप्त हुआ। इसी कड़ी में विश्व के महान वैज्ञानिक, भौतिक शास्त्र विशेषज्ञ नोबेल पुरस्कार ग्रहिता अल्बर्ट आइंस्टीन के 143वी जन्म दिवस पर उन्हें स्मरण किया गया।