…. और यहां बरगद में है हजारों चमगादड़ों का बसेरा, ग्रामीण इसे मानते है गाँव के लिए शुभ
कैमूर। जहाँ एक तरफ कई देश चमगादड़ों से कोरोना की आशंका जता रहे है, तो वहीं दूसरी तरफ बिहार के कैमूर जिले के मड़पा गांव के लोग इसे शुभ मानते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब गांव में कोई महामारी आने वाली होती है, तो सभी चमगादड़ 10-15 दिन पूर्व गांव छोड़कर जंगल की तरफ उड़ जाते हैं। यहां के लोग चमगादड़ों को गांव के लिए शुभ मानते हैं। सरकार के आंकड़े भी बताते हैं कि कैमूर जिले में 18 कोरोना पॉजिटिव के केस है, लेकिन अधौरा प्रखंड में एक भी प्रकरण नहीं हैं ।
बताया जाता है कि जिले के अधौरा प्रखंड के मड़पा गांव में एक बरगद के पेड़ पर हजारों की संख्या में चमगादड़ सैकड़ों वर्षों से रहते हैं। यहां के ग्रामीण बताते हैं कि गांव में यदि कोई महामारी होने वाली होती है, तो यह चमगादड़ गांव छोड़कर जंगल की तरफ भाग जाते हैं। यह परंपरा सैकड़ों वर्षों से चली आ रही है।
वहीं, एक और ग्रामीण ने बताया कि देश और दुनिया में कोरोना महामारी फैल रही है। लेकिन उनका गांव सुरक्षित है, हालांकि सरकार के आंकड़े भी बताते हैं कि कैमूर में 18 कोरोना पॉजिटिव केस है। लेकिन अधौरा प्रखंड में एक भी नहीं। मड़पा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि गांव के सभी लोग स्वस्थ और सुरक्षित है और सरकारी नियमावली का पालन करते हैं।