November 17, 2024

असम विधानसभा चुनाव: छत्तीसगढ़ मूल के 25 लाख वोटरों पर कांग्रेस की नजर

रायपुर।  असम विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने बड़ा दांव चला है. चाय बगानोें में काम करने वाले करीब 25 लाख छत्तीसगढ़ मूल के मतदाताओं को साधने में कांग्रेस जुट गई है. इसके लिए छत्तीसगढ़ से 55 कलाकारों की टोली असम में भेजी गई है। 

असम चुनाव में एक तरफ जहां प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल मोर्चा संभाले हुए हैं. तो वहीं दूसरी ओर संसदीय सचिव और असम प्रभारी विकास उपाध्याय छत्तीसगढ़ी कलाकारों को लेकर असम में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और असम प्रभारी विकास उपाध्याय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर असम में निवासरत छत्तीसगढ़ मूल के करीब 25 लाख मतदाताओं पर ध्यान केंद्रित कर दिया है.

विकास उपाध्याय ने संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत से चर्चा कर इसके लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने वाले चर्चित छत्तीसगढ़ी संस्कृति से उन 55 कलाकारों को असम बुला लिया है, जो ऐसे 20 विधानसभा में अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे, जो मूल रूप से साहू, सतनामी, निषाद और आदिवासी समाज के हैं. ये सब चाय बागानों में मजदूरी का कार्य करते हैं.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल असम चुनाव को लेकर जोर-शोर से जुटे हुए हैं. कांग्रेस मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए सभी तरह के प्रयोग कर रही है. असम के लोगों को कांग्रेस के पक्ष में एकजुट करने जिला से लेकर ब्लाॅक स्तर तक शिविरों का आयोजन किया जा रहा है. साथ ही विभिन्न समुदायों में प्रभाव रखने वाले लोगों को एक के बाद एक लोगों को कांग्रेस में शामिल कर रहे हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं की इस चुनाव में उपयोगिता सुनिश्चित हो सके. इसके लिए अलग-अलग जिम्मेदारियां भी सौंपी जा रही है.

सीएम भूपेश बघेल के निर्देश पर संसदीय विकास उपाध्याय ने उन मतदाताओं पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर दिया है, जो छत्तीसगढ़ मूल के हैं और कई वर्षों से असम के चाय बागानों में मजदूरी कर जीवन-यापन कर रहे हैं.

विकास उपाध्याय के सलाह पर मुख्यमंत्री बघेल ने इस बात को कांग्रेस हाई कमान के संज्ञान में लाया था कि चाय बागानों में काम करने वाले मजदूरों को उचित मजदूरी मिलनी चाहिए और जिस तरह से राहूल गांधी ने शिवसागर के अपने सार्वजनिक बैठक और सभा में इन मजदूरों को 365 रुपए प्रतिदिन मजदूरी देने की घोषणा की थी.

इसके साथ ही मुख्यमंत्री बघेल ने एक और दांव खेलते हुए छत्तीसगढ़ के 55 उन नामी कलाकारों को असम बुलाने के निर्देश दिए जो उनके बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें बांधे रखने की योजना बनाएंगे.

छत्तीसगढ़ से पहुंचे इन प्रमुख कलाकारों में दिलीप षड़ंगी, गरिमा दिवाकर, स्वर्णा दिवाकर, राकेश तिवारी, प्रशांत ठाकर और मोहम्मद तारीक खान (गिन्नी) जैसे प्रमुख कलाकार अपने 55 से भी ज्यादा सहयोगियों के साथ 20 विधानसभा क्षेत्रों में अपनी विभिन्न प्रस्तुति देंगे.

छत्तीसगढ़ी कलाकार इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए केंद्र की मोदी और असम की बीजेपी सरकार की नाकामियों को गिना रहे हैं. ये कलाकार कांग्रेस के विचारधारा से संबंधित प्रस्तुति देकर छत्तीसगढ़ की संस्कृति को असम में निवासरत छत्तीसगढ़ मूल के लोगों को कांग्रेस के पक्ष में बांधे रखने का कार्य करेंगे. छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत भी असम पहुंच रहे हैं और इस बीच कलाकारों से मिलकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के साथ ही छत्तीसगढ़ के मूल लोगों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगे.

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