सावधान! अब भाजपा नेता का जुलूस निकालना पड़ा भारी, तीन पुलिसकर्मी लाइन अटैच
उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक आपराधिक रिकॉर्डधारी भाजपा नेता का जुलूस निकालना पुलिस को भारी पड़ गया. मामले में एसपी प्रदीप शर्मा ने कोतवाली थाने के एसआई सहित तीन पुलिसकर्मियों को शनिवार की रात ही लाइन अटैच कर दिया. कार्रवाई का पता चलते ही पुलिस विभाग में आक्रोश फैल गया।
ये है मामला
शुक्रवार को तीन थानों की पुलिस ने चाकूबाजी की वारदातों में शामिल दो दर्जन गुंडों का सामूहिक रूप से ढोल ताशे बजाते हुए कान पकड़कर उठक बैठक लगवाते हुए जुलूस निकाला था.जुलूस में कोतवाली पुलिस ने कुशलपुरा निवासी विकास करपरिया सहित छह रिकॉर्डधारी को भी शामिल किया था. विकास, भाजपा का बूथ अध्यक्ष है. इसलिए उसने जुलूस निकालने पर सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत की और विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा,नगर अध्यक्ष विवेक जोशी ,महामंत्री सत्यनारायण खोईवाल, उपाध्यक्ष जगदीश पांचाल, पार्षद योगेश्वरी राठौर,मंडल अध्यक्ष नितिन गौड़ ने एसपी प्रदीप शर्मा और एएसपी नीतेश भार्गव से शिकायत दर्ज कर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। इस पर एसपी ने शनिवार की रात को एसआई बबलेश कुमार, प्रधान आरक्षक तरुण पाल और आत्माराम को लाइन अटैच कर दिया।
भाजपा नेता पर धमकाने का आरोप
कोतवाली पुलिस कर्मियों का कहना है कि तीन पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच के आर्डर आने के बाद विकास रात को थाना आया था और उसने एसआई बबलेश को कहा कि जुलूस निकालने का परिणाम देख लिया कि नहीं. थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी घटना कैद है.इसकी शिकायत अधिकारियों को भी कर दिए लेकिन उन्होंने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया है. हालांकि इस मामले में ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। वहीं एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा कि विकास पर चाकू का केस नहीं है. बावजूद उसका जुलूस निकालने के कारण 4 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की है.
अधिकारियों के आदेश पर जुलूस
कोतवाली के पुलिसकर्मियों ने बताया कि अधिकारियों ने ही चाकूधारी बदमाशों को थाने बुलाकर डोजियर भरवाने के आदेश दिए थे. बाद में उन्होंने ढोल ताशा से जुलूस निकाल दिया. मामले में भाजपा नेताओं द्वारा विकास पर चाकू का केस नहीं होने की शिकायत की तो बिना जांच कार्रवाई कर दी. जबकि विकास और उसके तीन साथियों पर वर्ष 2023 में चाकू और लाठी से चार लोगों पर हमले का दर्ज केस कोर्ट में लंबित है. विकास पर माधव नगर थाने में भी जुआ एक्ट का केस है।
इस मामले में भाजपा के महामंत्री सत्यनारायण गोहीवाल ने कहा कि विकास करपरिया चाकूबाजी में शामिल नहीं था. उसकी तबियत खराब थी. पुलिस ने उसे घर से बुलाया और जुलूस निकाल दिया. जो कि सरासर गलत है. इसलिए हमने शिकायत की थी.
पुलिस विभाग में आक्रोश
पुलिस जवान ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि अधिकारियों ने अपनी मनमर्जी से वाहवाही लूटने के लिए जुलूस निकाला और फिर दबाव में आकर विकास को इनोसेंट मानते हुए तीन पुलिस वाले पर कार्रवाई कर दी. इस घटना से पुलिस क मनोबल गिरा है .यही स्थिति रही तो कोतवाली के सभी पुलिस कर्मी लाइन जाने को तैयार है. बता दें कि कुछ दिन पहले महाकाल मंदिर के सामने दीवार गिरने की घटना पर भी अजय वर्मा और एक एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया था. इसे लेकर भी विभाग में आक्रोश है.