CG : अब आईआईटी में कर सकेंगे बीएड की पढ़ाई, जानें क्या होगी खासियत, कैसे मिलेगा एडमिशन?
दुर्ग। बैचलर ऑफ एजुकेशन यानी कि बीएड (B.Ed) करने की इच्छा रखने वालों के लिए यह बेहद ही खास खबर है. इंजीनियरिंग (Engineering) की पढ़ाई के लिए विश्व प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी (Indian Institute of Technology) में अब बीएड की पढ़ाई भी कराई जाएगी. आईआईटी भिलाई (IIT Bhilai) में जल्द ही यह कोर्स शुरू होने वाला है. आईआईटी भिलाई में यह खास इंटीग्रेटेड कोर्स चार साल का होगा. कोर्स के संचालन के लिए रोडमैप भी तैयार कर लिया गया है.
बताया जा रहा है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यहाँ बैचलर ऑफ एजुकेशन का कोर्स भी संचालित करने की तैयारी चल रही हैं. राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने प्रमुख शिक्षण संस्थानों से इसके लिए आवेदन मंगाए थे. आईआईटी भिलाई ने भी इसमें रुचि दिखाई है. इसके लिए छत्तीसगढ़ के बीएड कोर्स संचालित करने वाले विश्वविद्यालयों से संपर्क किया गया है. कुछ प्रमुख विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू भी किया जा रहा है. इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर की माने तो तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है, लेकिन सलेबस डिजाइन समेत कई प्रक्रियाएं हैं, उन्हें पूरा करने में थोड़ा समय लग रहा है. उनके मुताबिक़ साल 2025-26 के सत्र से हम बीएड कोर्स का संचालन शुरू कर दें. शुरुआती दौर में हम बीएड इंजीनियरिंग और बीएड साइंस का कोर्स संचालित करेंगे. चार साल के इस कोर्स में शुरू के 2 साल शिक्षण का तरीका, जो सामान्य तौर पर बीएड कोर्स में सिखाया जाता है, उसकी पढ़ाई होगी. इसके बाद के 2 साल अभ्यर्थियों को विषय आधारित पढ़ाई कराई जाएगी, जिसमें बीएड इंजीनियरिंग करने वालों को सिर्फ इंजीनियरिंग और बीएड साइंस वालों को साइंस की पढ़ाई कराई जाएगी.
कैसे मिलेगा प्रवेश?
कोर्स में दाखिले के लिए फिलहाल कोई मापदंड तैयार नहीं किया गया है. शुरुआती दौर में गणित व विज्ञान विषय से कक्षा 12वीं पास अभ्यर्थी दाखिला ले सकता है. सीट और दाखिले की प्रक्रिया पर अभी निर्णय होना बाकी है. कोशिश है कि शुरुआती दौर में स्थानीय स्तर पर प्रवेश परीक्षा कराकर दाखिला ले लिया जाए. इस कोर्स का उद्देश्य स्कूली पढ़ाई के लिए प्रोफेशनल कोर्स में भी विषय विशेषज्ञ शिक्षक तैयार करना है.