बलबीर सिंह सीनियर का 95 साल की उम्र में हुआ निधन, देश को ओलंपिक में दिलाए थे तीन गोल्ड
चंडीगढ। तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता महान हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर का सोमवार को निधन हो गया। वह पिछले दो सप्ताह से कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे।
96 वर्षीय बलबीर के परिवार में बेटी सुशबीर और तीन बेटे कंवलबीर, करणबीर और गुरबीर हैं। मोहाली के फोर्टिस अस्पताल के निदेशक अभिजीत सिंह ने बताया कि उनका निधन सुबह 6:30 बजे हुआ. बाद में उनके नाती कबीर ने एक संदेश में कहा कि नानाजी का सुबह निधन हो गया।
1952 ओलिंपिक खेलों के स्वर्ण पदक के मैच में बलबीर सिंह ने नीदरलैंड्स के खिलाफ पांच गोल किए थे और भारत को 6-1 से जीत दिलाई थी. इसके साथ ही फाइनल मैच में सबसे ज्यादा गोल करने का रिकॉर्ड उन्होंने अपने नाम किया था और यह रिकॉर्ड अभी भी बरकरार है।
हेलसिंकी ओलंपिक में उन्हें टीम का उप-कप्तान बनाया गया है. इसमें वे भारत की ओर से धव्ज वाहक रहे थे. इस साल उन्होंने कुल 13 गोल किए थे।
बलबीर सिंह सीनियर ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू 1947 में भारत के श्रीलंका दौरे पर किया.उन्होंने साल 1948 में अर्जेंटीना के खिलाफ ओलंपिक में अपना पहला मैच खेला. उन्होंने इस मैच में अपने प्रदर्शन से सबसे चौंका दिया था.
बलबीर सिंह की उपलब्धियों की लिस्ट काफी लंबी हैं. ओलंपिक गेम्स में उन्होंने बहुत कुछ हासिल किया. इसके साथ ही वे एशियन गेम्स (1958-1962) में रजत पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे.
बलबीर वर्ल्ड कप-1971 में कांस्य और वर्ल्ड कप-1975 जीतने वाली भारतीय टीम के मुख्य कोच भी थे.