सावधान…,होली पर धड़ल्ले से हो रहा नकली मिठाई का कारोबार, हुआ बड़ा भंडाफोड़…
रायपुर। होली के मौके पर रसभरी गुजिया या अन्य तरह की लज़ीज़ मिठाइयां खाने का मन तो आपका भी कर रहा होगा, लेकिन इसी मौके का फायदा उठाकर कई मुनाफाखोर बाजार में धड़ल्ले से नकली मिठाई का कारोबार कर रहे हैं. इसे लेकर पड़ोसी राज्य की राजधानी में बड़ा भंडाफोड़ भी हुआ है. यही नहीं राजधानी रायपुर के भी कुछ दुकानों की गुणवत्ता को लेकर ग्राहकों ने आपत्ति दर्ज कराइ हैं। चलिए हम आपको ये भी बता देते हैं कि आप नकली मिठाई से अपना बचाव कैसे कर सकते हैं.
नकली मिठाई को लेकर झारखंड की राजधानी रांची में एक बड़ा भंडाफोड़ हुआ है. एजेंसी की खबर के मुताबिक यहां फूड प्रोडक्ट्स का क्वालिटी टेस्ट किया गया, जिसमें कई मिठाई की दुकानों और रेस्टोरेंट के सैंपल सही नहीं पाए गए. इसके चलते करीब 13 रेस्टोरेंट और मिठाई की दुकानों को खाद्य विभाग की ओर से नोटिस भेजा गया है. यहां विभाग ने 168 नमूने इकट्ठे किए थे, जिनमें से 21 में मिलावट पाई गई.
कैसे होती है मिठाइयों में मिलावट?
आम तौर पर नकली मिठाइयों को कई तरह की मिलावट से तैयार किया जाता है. इनमें या तो नकली मावा का इस्तेमाल होता है, तो कई बार चीनी की जगह सैकरीन मिला दी जाती है. इतना ही नहीं, मिठाइयों को चमकदार दिखाने के लिए उन पर कई बार अखाद्य तेल लगाया जाता है, तो कई बार उनमें आर्टिफिशियल कलर्स का भी इस्तेमाल किया जाता है. कुछ रंगीन मिठाइयों, लड्डू और जलेबी में कृत्रिम रंग, नकली पनीर और खोवा मिलाया जाता है.
नकली मिठाइयों के साथ समस्या ये है कि इन्हें खाने पर आपकी तबीयत बिगड़ सकती है. त्योहारों के मौके पर मुनाफाखोर व्यापारी इनका खूब कारोबार करते हैं. इसलिए इनसे बचाव जरूरी होता है.
कैसे करें खुद का बचाव?
अगर आप नकली मिठाइयों से खुद का बचाव करना चाहते हैं, तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा. आप कोशिश करें कि हमेशा ऐसी दुकान से मिठाई खरीदें जिनके पास FSSAI का लाइसेंस हो. भारत में मिठाई या रेस्टोरेंट को इस तरह का लाइसेंस लेना जरूरी है. इतना ही नहीं, आपको खुली मिठाई खरीदने से बचना चाहिए. साथ ही किसी भरोसेमंद दुकान से ही मिठाइयां खरीदनी चाहिए.