भूपेश है तो भरोसा है से गूंजा टाउन हाल, मुख्यमंत्री ने कहा “समृद्ध, सुसंस्कारी और शक्तिशाली छत्तीसगढ़ बनाने के कर्तव्य को करें पूरा”
पुरानी पेंशन योजना बहाल करने पर शिक्षकों ने किया मुख्यमंत्री का अभिनंदन
लड्डुओं से तोला, गज माला से किया स्वागत
रायपुर| जिला मुख्यालय के टाउन हॉल में आयोजित पुरानी पेंशन आभार समारोह में शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को पूरा करने पर मुख्यमंत्री का जोर शोर से अभिनंदन किया। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ बस्तर संभाग के पदाधिकारियों ने शिक्षकों के साथ राज्य के समस्त शासकीय कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना की सौगात देने पर मुख्यमंत्री को लड्डुओं से तोलकर और गज माला से स्वागत कर आभार प्रकट करते हुए कहा कि पेंशन योजना की बहाली से समस्त कर्मचारियों को बुढ़ापे का सहारा मिला है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में राज्य के समस्त शिक्षकों, कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि पुरानी पेंशन योजना आप सभी का अधिकार है, जिसे आपको वापस प्रदान करने पर संतोष मिला है। इससे निश्चित ही सभी कर्मचारियों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। शिक्षकों द्वारा लगाए जा रहे नारे अब काहे का टेंशन, मिल गया है टेंशनष् नारा मात्र नहीं अपितु यथार्थ है। पुरानी पेंशन लागू होने से समस्त कर्मचारी निश्चिंत होकर अपना शत प्रतिशत देंगे। कोविड काल के दौरान विषम परिस्थितियों में भी शिक्षकों ने प्रदेश भर में शिक्षा की अलख को जगाए रखा, बच्चे पढ़ाई से वंचित ना रहे इसलिए बुल्टू के बोल, पढ़ाई तुंहर अंगना जैसे नवाचार किए, यह शिक्षकों के समर्पण को दर्शाता है। उन्होंने समृद्ध, सुसंस्कारी और शक्तिशाली राज्य बनाना शिक्षकों का कर्तव्य है जिसे वे पूर्ण कर रहे है। इसी का परिणाम है कि प्रदेश में शासकीय विद्यालयों के तरफ छात्रों का रुझान बढ़ा है।