BJP के बागी ने कर्नाटक में बढ़ाई पार्टी की टेंशन, पूर्व सीएम के बेटे के सामने अब बड़ी चुनौती
शिवमोग्गा। कर्नाटक बीजेपी के बागी नेता के.एस. ईश्वरप्पा ने शुक्रवार को हाई-प्रोफाइल शिवमोग्गा लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया। ईश्वरप्पा ने हजारों समर्थकों की मौजूदगी में एक जुलूस के साथ धूमधाम से अपना नामांकन दाखिल किया। बीजेपी की आपत्ति के बावजूद ईश्वरप्पा ने जुलूस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर और बैनर का इस्तेमाल किया। ईश्वरप्पा ने कहा कि उन्होंने एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन किया है। उनके इस कदम को पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के बेटे बी. वाई. विजयेंद्र के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।
‘पार्टी पिता और पुत्र की जोड़ी में फंस गई है’
ईश्वरप्पा के नामांकन में उमड़ी भीड़ ने निश्चित तौर पर लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवमोग्गा लोकसभा सीट के सभी 8 विधानसभा क्षेत्रों से लगभग 15 से 20 हजार समर्थकों ने उनके साथ आकर उन्हें समर्थन दिया। ईश्वरप्पा ने पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा और उनके बेटे बी. वाई. विजयेंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, ‘आज से वोटिंग के दिन तक हमारे कार्यकर्ता घर-घर अभियान चलाएंगे और बताएंगे कि मेरे जैसे वफादार बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय क्यों हुआ। वे यह भी बताएंगे कि ये पार्टी पिता और पुत्र की जोड़ी में फंस गई है।’
शिवमोग्गा में हो सकती है कांटे की टक्कर
ईश्वरप्पा ने चुनावों में अपनी जीत की उम्मीद जताते हुए कहा, ‘मुझे पूरा यकीन है कि शिवमोग्गा के मतदाता मुझे चुनेंगे। चुनाव के बाद पार्टी में बदलाव होंगे और बीजेपी में सफाई की प्रक्रिया होगी।’ येदियुरप्पा के बेटे बी. वाई. राघवेंद्र शिवमोग्गा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं। कन्नड़ सुपरस्टार डॉ. शिवराजकुमार की पत्नी और दिवंगत एस. बंगारप्पा की बेटी गीता शिवराजकुमार इस सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। हाई प्रोफाइल शिवमोग्गा सीट पर पहले से ही करीबी मुकाबला है और अब ईश्वरप्पा के मैदान में उतरने से मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।