न अमिताभ का ‘जलसा’ न सलमान का ‘जश्न’, 1 महीने के लॉकडाउन ने तोड़ी बॉलीवुड की कई परंपराएं
मुंबई। 25 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन को आज पूरा एक महीना हो गया है. इस एक महीने में बहुत कुछ बदल गया है। प्रकृति के लिए जहां इस महीने में वो सुकून मिला, जो सालों से हमने उससे छीन रखा था। कोरोना वायरस के कारण लोग एक-दूसरे से दूर हैं, सोशल डिस्टेनसिंग मेनटेन करके कोरोना को हराने के लिए आम से खास हर शख्स लगा हुआ है। बॉलीवुड भी लॉकडाउन हैं। इस एक महीने के लॉकडाउन में कई ऐसी परंपराएं टूटी हैं, जिसकी शायद ही किसी ने उम्मीद की होगी।
कौन जानता था कि चीन में फैले इस वायरस से पूरे विश्व में हाहाकार मच जाएगा। सिनेमा जगत में जहां, लोगों के मनोरंजन के लिए दिन-रात काम होता था वहां पर भी ताले लटक जाएंगे। अमिताभ बच्चन(Amitabh Bachchan), सलमान खान(Salman Khan), बॉक्स ऑफिस कलेक्शन, आईफा अवॉर्ड के साथ कई ऐसी चीजें बदल जाएगी, जो शायद ही किसी ने सोची होंगी।
लॉकडाउन के चलते सब अपने घरों में कैद हैं। फिल्म देखने के शौकीन लोग अब ये इंतजार कर रहे हैं कि लॉकडाउन खत्म हो और जल्द ही नई फिल्म रीलिज हो, ताकि सिनेमाघरों में जा सके। दरअसल, देशभर के सिनेमाघरों पर ताला लगा हुआ है. जो बॉक्स ऑफिस करोड़ो का कलेक्शन देता था, उस बॉक्स ऑफिस का पहली बार पिछले एक महीने का कलेक्शन जीरो है। नई फिल्म रिलीज होने के लिए तैयार हैं, लेकिन कोरोना ने सब खराब कर दिया। रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी अक्षय कुमार स्टारर ‘सूर्यवंशी’, कबीर खान के निर्देशन में बनी रणवीर सिंह स्टारर ’83’, अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की ‘गुलाबो-सिताबो’ की रिलीज डेट टाल दी गई हैं।
बॉलीवुड एक्टर और एक्ट्रेस की एक झलक पाने के लिए लो मुंबई पहुंते हैं। अमिताभ बच्चन, सलमान खान के फैन्स उनके घर (जलसा) के बाहर एक झलक पाने के लिए खड़े रहते हैं। इसीलिए हर रविवार बिग बी उनसे मुलाकात करते हैं। ये सिलसिला 1982 में शुरू हुआ था. लेकिन बीते 15 मार्च से अब तक करीब डेढ़ महीने का वक्त बीत चुका है, जब अमिताभ ने अपनी फैन से मुलाकात नहीं की। 15 मार्च की सन्डे मीट का ऐलान बिग बी ने खुद ट्विटर पर किया था।
पिछले 13 साल से सलमान खान के घर के बाहर लगने वाली गरीबों की लाइन भी पिछले एक महीने से बंद है। साल 2007 से लगातार सोमवार से गुरुवार सलमान के घर के बाहर गरीब मरीजों की लाइन लगती है, जहां इलाज की फ्री व्यवस्था है। पिछले एक महीने से लॉकडाउन के चलते यह सिलसिला थमा हुआ है।
21 सालों में पहली बार इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी (आईफा) अवॉर्ड का टाला गया। 21वां संस्करण मध्य प्रदेश में होने वाला था. 21 अप्रैल को भोपाल में इसकी ओपनिंग होनी थी और 27 से 29 मार्च के बीच इंदौर में इसकी मुख्य सेरेमनी होने वाली थी. लेकिन कोविड-19 के कहर के चलते इसे अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया।
2020 का कान्स फिल्म फेस्टिवल कैंसिल होने की कगार पर है. अगर ऐसा होता है तो 52 साल के इतिहास में ये पहला मौका होगा। ये फेस्टिवल 12 से 23 मई के बीच फ़्रांस के कान्स शहर में होना था। लेकिन इससे दो महीने पहले ही 19 मार्च को आयोजकों ने कोरोनावायरस के प्रकोप के बीच इसे टालने की घोषणा कर दी। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए ये संभावना जताई जा रही है कि ये फेस्टिवल रद्द भी हो सकता है।