December 3, 2024

Budh Vakri 2024 Effect : दो दिन बाद बदलने वाली है बुध की चाल, इनकी बढ़ सकती है टेंशन, हो जाएं सावधान!

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रायपुर। हिन्दू धर्म में ज्योतिषीय गणना में हर दिन ग्रहों की चाल बदलती है। इसी क्रम में दो दिन बाद ग्रहों के राजा बुधभी अपनी चाल बदलने वाले हैं। ऐसे में मंगल की राशि वृश्चिक में बुध का गोचर कुछ जातकों के लिए बेहद खास रहने वाला है। तो वहीं कुछ जातक ऐसे हैं जिन्हें इससे बेहद सावधान रहने की जरूरत है। ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री से जानते हैं कि बुध की वक्री चाल (Budh Gochar Effect 2024) से किसे लाभ होगा, किसे सतर्क रहने की जरूरत है।

बुध कब वक्री हो रहे हैं (When is Budh Grah Vakri in Nov )
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार बुध ग्रह 24 नवंबर को मंगल की राशि वृश्चिक (Vrashchik ) में होने वाला है। जो 20 दिन बाद 14 दिसंबर तक इसी राशि में रहेंगे।

बुध वक्री होने पर क्या होता है
जब भी कोई ग्रह उल्टी चाल चलता है तो जिन जातकों पर प्रतिकूल असर था उन्हें अब वह अच्छा फल देने लगेगा। जिन्हें शुभ फल मिल रहा था उन्हें अब अच्छा फल मिलने लगेगा।

वक्री चाल क्या कहलाती है (What is Vakri Chal)
वक्री चाल का मतलब होता है जब कोई ग्रह जिस राशि में है उसी ग्रह में वह उल्टी चाल चलने लगता है। जबकि मार्गी चाल वह ग्रह सीधी चाल चलने लगता है।

वक्री बुध से किसे मिलेगा शुभ फल (Vakri Chal ka Asar)
ज्योतिष में बुध बुद्धि का कारक माना जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में बुध (Budh Vakri Effect ) उसकी स्वराशि में बैठा है, उन्हें बुध का गोचर बेहद खास रहने वाला है।

आपको बता दें ज्योतिष के अनुसार मिथुन और कन्या बुध की स्वराशि होती हैं। तो वहीं कन्या बुध की उच्च राशि है यानी बुध के गोचर (Budh ki Ulti Chal) से कन्या, मिथुन राशि के जातकों के लिए 20 दिन का समय बेहद खास रहने वाला है।

वक्री बुध से इनकी खुलेगी किस्मत (Vakri Budh Positive Effect)
हिन्दू पंचांग के अनुसार जब भी कोई ग्रह वक्री होता है तो उसकी चाल उल्टी हो जाती है। यानी वह अपनी जगह पर रहकर उल्टी चाल शुरू कर देता है। वर्तमान में बुध वृश्चिक राशि में हैं। वक्री चाल से जिन जातकों को अभी तक बुध अशुभ फल दे रहे थे उन्हें अब वे शुभ फल देने लगेंगे।

वक्री बुध किसके लिए अशुभ (Vakri Budh ka Nagetive Effect)
ज्योतिषीय गणना के अनुसार 24 नवंबर को बुध की वक्री चाल से मीन राशि वालों को सबसे ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। वो इसलिए क्योंकि मीन बुध की नीच की राशि है। इसलिए 20 दिन तक ये सावधान रहें।

बुध की उच्च, स्व और नीच राशि कौन सी है (Budh ki Rashi kon si Hai)
ज्योतिष के अनुसार मिथुन और कन्या बुध की स्व राशि होती है। तो वहीं मीन इसकी नीच राशि है।

दिसंबर में बुध इस दिन बदलेंगे राशि (Budh Gochar Dec 2024)
हिन्दू पंचांग के अनुसार बुधवार 14 दिसंबर को वृश्चिक राशि में ही मार्गी हो जाएंगे। इसके बाद जनवरी में धनु राशि में पहुंचेगें।

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