छत्तीसगढ़ के 2000 से ज्यादा छात्र कोटा में फंसे, लाने के लिए बस, एम्बुलेंस और पुलिस हो रही रवाना
रायपुर। छत्तीसगढ़ के लगभग 2000 से ज्यादा बच्चे राजस्थान के कोटा में फंसे हैं। कोचिंग के लिए गए इन बच्चों को लॉक डाउन से उबारने छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। बच्चों और पालकों के लिए राहत वाली खबर सामने आई है। छात्रों को छत्तीसगढ़ वापस लाने की कवायद शुरू हो गई है और उन्हें वापस लाने के लिए सरकार द्वारा लगभग 70 बसें, एम्बुलेंस और पुलिस का एक काफिला भेजा जा रहा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीटर के माध्यम से बच्चों को लाने के लिए कोटा बस भेजे जाने की जानकारी भी साझा की है।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने सभी जिला स्तर पर कलेक्टरों को बच्चों की स्थिति और संख्या पर काम करने के निर्देश दिए थे। अब बच्चों को वापस लाए जाने की तैयारियां भी शुरू कर दी गई है। पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के करीब 18 हजार विद्यार्थी अपने-अपने घर जा चुके हैं। उनमें उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के करीब 12 हजार 500, मध्य प्रदेश के 2800, गुजरात के 350 और दादरा-नागर हवेली के 50 बच्चे शामिल हैं। जो अपने घर लौट चुके हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि लाॅकडाउन के कारण राजस्थान के कोटा में फंसे विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ लाने के लिए बस राजस्थान भेजी जा रही है। विद्यार्थियों को जल्द ही छत्तीसगढ़ लाया जाएगा।
इसके अलावा हरियाणा के 1000, असम के 400 और राजस्थान के विभिन्न जिलों के 1500 बच्चे अपने-अपने घरों के लिए शुक्रवार को रवाना हो जाएंगे। इसी तरह शनिवार को हिमाचल प्रदेश के 100, राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के 500 बच्चे बसों से और 300 बच्चे अपने निजी साधनों से घर जाएंगे। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के करीब दो हजार से भी ज्यादा बच्चे कोटा में फंसे हैं। जिन्हें लेकर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने दो दिन पहले सरकार से पूछा था कि सरकार क्या कर रही है?