April 1, 2025

CG : पूर्व CM भूपेश बघेल के OSD आशीष वर्मा के घर CBI की छापेमारी, 5 घंटे चली पूछताछ

AASHISH VERMA

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (OSD) आशीष वर्मा के घर पर सीबीआई ने शनिवार को फिर से छापेमारी की. अधिकारियों ने सुबह 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक तलाशी अभियान चलाया. यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई जब दो दिन पहले ही सीबीआई ने उनके घर को सील किया था.

पूर्व CM के OSD आशीष वर्मा के घर CBI की रेड
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) आशीष वर्मा के घर पर सीबीआई ने शनिवार को फिर से छापेमारी की. इसे लेकर आशीष वर्मा ने कहा कि खुद सीबीआई अधिकारियों को फोन कर बुलाया था. इस पर सीबीआई की टीम उनके घर पहुंची और लगभग पांच घंटे तक जांच-पड़ताल की. इस दौरान घर की तलाशी ली गई, हालांकि अधिकारियों ने ज्यादा पूछताछ नहीं की.

2 दिन पहले घर किया था सील
उन्होंने बताया कि वे सुबह 9:00 बजे मेरे घर पहुंचे और दोपहर 2:00 बजे तक तलाशी ली. हालांकि, मुझसे ज्यादा सवाल नहीं किए गए. उन्होंने कुछ चीजें बताईं, लेकिन मैं उनके बारे में ज्यादा नहीं जानता. दो दिन पहले सीबीआई की टीम ने आशीष वर्मा के घर की तलाशी के बाद उसे सील कर दिया था. हालांकि, अधिकारियों ने तब भी ज्यादा जानकारी साझा नहीं की थी। माना जा रहा है कि यह पूरा मामला महादेव ऐप से जुड़ा हुआ है.

CBI ने देशभर में 60 जगहों पर की छापेमारी
बुधवार को सीबीआई ने देशभर के 60 जगहों पर कार्यवाही की थी. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और चार आईपीएस अफसर सहित अन्य लोगों के घर पर सीबीआई ने रेड डाली थी.आज भी सीबीआई ने एएसपी अभिषेक महेश्वरी के राजनांदगांव और रायपुर के घर पर मुआयना करने अधिकारी पहुंचे थे. वहीं महादेव सट्टा ऐप पर सीबीआई की कार्रवाई आज भी जारी रही.

सीबीआई ने कार्यवाही के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के तीन सेलफोन भी जब्त कर ली इसके अलावा कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, और कुछ कागजात जब्त किया गया है.

महादेव बेटिंग ऐप घोटाले से जुड़े है तार
बता दें कि CBI ने महादेव बेटिंग ऐप घोटाला मामले में कार्रवाई की. छत्तीसगढ़ सरकार ने अगस्त 2024 में महादेव बेटिंग ऐप घोटाले की जांच आधिकारिक तौर पर सीबीआई को सौंप दी थी. ईडी ने पिछले साल जनवरी में इस पूरे मामले की जांच शुरू की थी, जिसके बाद इसका जिम्मा एसीबी और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को भी सौंप दिया गया था. इस साल लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले 4 मार्च को एसीबी द्वारा दायर चार्जशीट में भूपेश बघेल को आरोपी बनाया गया था.

क्या है महादेव सट्टा घोटाला ?
महादेव सट्टा एप की जांच अक्टूबर 2022 में शुरू हुई थी. कांग्रेस सरकार के समय ईडी ने जांच शुरू की थी. दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर में मामला दर्ज हुआ था. ईडी ने 6 हजार करोड़ के घोटाले का खुलासा किया था. घोटाला धोखाधड़ी के जरिए किया गया है. जनवरी 2024 तक 80 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदेश भर में लगभग 600 आरोपियों पर कार्रवाई हुई है. घोटाले के तार दुबई तक जुड़े हैं. घोटाले से बघेल के जुड़े होने के आरोप हैं, बघेल को 508 करोड़ देने का आरोप है.

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