CG : 6 एकड़ जमीन के लिए परिवार ने छोड़ दिया साथ, बेटियों ने पिता की अर्थी को कंधा देकर किया अंतिम संस्कार
सक्ती। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां संपत्ति को लेकर 80 साल के एक बुजुर्ग का उसके परिवार वालों ने अंतिम संस्कार नहीं किया। इसके बाद चार बेटियों ने अपनी पिता की अर्थी को कंधा दिया और उसका अंतिम संस्कार किया। बेटियों के बहादुरी की अब हर तरफ चर्चा हो रही है। दरअसल, मामले सक्ती जिले के घिवरा गांव का है। यहां परिवार के इंकार के बाद चार बेटियों ने अपने पिता की अर्थी को कंधा दिया और अंतिम संस्कार भी किया। बड़ी बात ये थी कि अंतिम संस्कार में गांव का एक भी आदमी शामिल नहीं हुआ। दूसरे गांव के लोग अंतिम संस्कार करवाने के लिए पहुंचे।
बेटियों ने जैसे ही अपने पिता को अर्थी को कंधा दिया और अंतिम संस्कार की रस्म निभाई तो श्मसान घाट में मौजूद दूसरे गांव के लोगों के आंखों में आंसू आ गए। घिवरा गांव के रहने वाले सीताराम कश्यप का 80 साल की उम्र में शुक्रवार को निधन हो गया था। उनका कोई बेटा नहीं है पांच बेटियां हैं। बेटियों की शादी करने के बाद सीताराम कश्यप अपने भाई और भतीजों के घर में रहते थे।
6 एकड़ जमीन को लेकर विवाद
शुक्रवार को सीतारम कश्यप का निधन हो गया। सीताराम कश्यप के नाम 6 एकड़ जमीन थी। सीताराम के निधन के बाद उनके भाई और भतीजों ने उनकी बेटियों को सूचित किया। पिता के मौत की खबर सुनते ही बेटियां मौके पर पहुंची। इस दौरान अंतिम संस्कार की तैयारियां भी हो रही थीं। तभी सीताराम के भाई और भतीजों ने कहा कि हमने इनकी सेवा की है। इनके हिस्से की 6 एकड़ जमीन हमें मिलनी चाहिए। पिता की जमीन देने के लिए बेटियां तैयार हो गईं।
बेटियों की सहमति के बाद परिवार के सदस्यों ने कहा कि पहले जमीन हमारे नाम ट्रांसफर करवाओ उसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। हालांकि कि बेटियों ने बहुत समझाया लेकिन भाई और भतीजे तुरंत जमीन अपने नाम करवाना चाहते थे। जिसके बाद बेटियों ने पिता की जमीन देने से इंकार कर दिया। बेटियों वे कहा अगर आप हमारे पिता का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे तो हम खुद उनका अंतिम संस्कार करेंगी।
अर्थी को कंधा दिया और अंतिम संस्कार किया
इसके बाद बेटियों ने पिता की अर्थी को कंधा दिया और अंतिम संस्कार किया। बेटियों के अंतिम संस्कार करने और अर्थी को कंधा देने की खबर आसपास के गांव में फैल गई है। लोग बेटियों के फैसले की तारीफ कर रहे हैं।