CG : तीन नदी नालों को पार कर जनजातीय गांव पहुंची हेल्थ विभाग की टीम, पहली बार कैंप देख खुश हुए ग्रामीण
सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले से कुछ ऐसी तस्वीरें आई हैं जिस देखकर आप कह सकते हैं कि बस्तर बदल रहा है। सुकमा जिले के दूरस्थ और पहुंच विहीन गांवों में भी सरकार की योजनाएं पहुंचने लगी हैं। राज्य के सभी विकासखण्डों में विशेषकर पहुंच विहीन जनजातीय गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में सरकार की पहल रंग ला रही है। राज्य के दूरस्थ गांवों में हेल्थ कैम्प का आयोजन किया जा रहा है।
इन कैंपों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के आखिरी व्यक्ति तक स्वास्थ्य योजनाओं और सेवाओं को पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। ये हेल्थ कैंप सुकमा जिले के कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देश में लगाए जा रहे हैं। ऐसे में बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कई मुश्किलों को पार कर सिरकेट्टी गांव पहुंचे। यहां अधिकारियों ने लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी। इस आयोजन में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
तीन नदियों को पार कर पहुंची टीम
बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग की टीम तीन नदी-नालों को पार करते हुए और पगडंडियों के सहारे दूरस्थ वनांचल ग्राम सिरकेट्टी पहुंची। वहां वृहद स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में निक्षय निरामया छत्तीसगढ़ के तहत 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान के अंतर्गत एनटीईपी, एनवीबीडीसीपी, पिरामल फाउंडेशन और लेप्रा सोसाइटी के सहयोग से स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
शिविर के दौरान लगभग 1057 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें क्षय, मलेरिया, कुष्ठ, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों की स्क्रीनिंग की गई। 45 क्षय रोग संदिग्ध व्यक्तियों का बलगम सैंपल लेकर जांच के लिए जिला क्षय उन्मूलन केंद्र भेजा गया। इसके अतिरिक्त, 157 ग्रामीणों को स्वास्थ्य जांच के बाद निःशुल्क दवाओं का वितरण किया गया।
ग्रामीणों में खुशी
अपने गांव में ही निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं पाकर ग्रामीण काफी खुश हुए। बड़ी संख्या में ग्रामीण अपने और अपने परिवार के सदस्यों की जांच कराने शिविर में पहुंचे। शिविर में उन्हें मौसमी बीमारियों से बचाव, साफ-सफाई बनाए रखने और मच्छरदानी का उपयोग करने की सलाह दी गई।