CG – अब 8वीं तक के बच्चों को देनी होगी परीक्षा; स्कूल शिक्षा मंत्री का बड़ा फैसला, मंत्री ने कहा परीक्षा लेने से ऊंचा होगा शिक्षा का स्तर…
रायपुर । छत्तीसगढ़ में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा की नींव को मजबूत करने जल्दी ही बड़ा बदलाव हो सकता है। शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने पहली से आठवीं तक के बच्चों की परीक्षा लेने की बात पर जोर दिया है। अभी तक इन कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों को सामान्य मूल्यांकन कर पास कर दिया जाता है। शिक्षा स्तर को और भी बेहतर और ऊंचा उठाने के लिए स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अफसरों को निर्देश दिए हैं।
छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही अब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ ही शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने की दिशा में रोड मैप तैयार किये जा रहे है। प्रायमरी और मीडिल स्कूलों के छात्रों के लिए एग्जामिनेशन सिस्टम लागू करने की दिशा में स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने हामी भरी है। उन्होने बताया कि अब तक 8वीं क्लास तक के बच्चों की परीक्षा बंद कर दी गई थी। लेकिन अब शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए परीक्षा होगी। बृजमोहन अग्रवाल ने इस मुद्दे पर दलील दी है कि परीक्षा को लेकर बच्चों और पैरेंट्स में पढ़ाई को लेकर गंभीरता और डर होता है।
वहीं अच्छे नंबर लाने की प्रतियोगिता भी होती है। स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि परीक्षा और काॅम्पीटिशन होने से बच्चों की शिक्षा का स्तर ऊंचा उठता है। उन्होंने कहा कि स्कूल ड्रॉप आउट हाेने वाले बच्चे फिर से पढ़ सकें। इसे लेकर भी योजना तैयार की जा रही है। वहीं स्कूल शिक्षा मंत्री के इस निर्णय पर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने भी अपना समर्थन दिया। उन्होने बताया कि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की पहल का हम स्वागत करते हैं।
इससे प्रदेश में बच्चों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा उत्पन्न होगा। बच्चों में पाठयक्रम को लेकर जिम्मेदारी भी आएगी, वो अच्छे नंबर ला सकेंगे। आपको बता दे कि आज से करीब 10 साल पहले प्रदेश में परीक्षा को समाप्त कर ग्रेडिंग सिस्टम लागू किया गया। इसके तहत सरकार ने तय किया था कि कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों को फेल न किया जाए। क्लास स्तर पर इनका मूल्यांकन करने के लिए टेस्ट लेकर उन्हे ग्रेडिंग के मुताबिक बगैर परीक्षा लिये पास कर अगले क्लास में भेज दिया जाता है।