CG : लंबे समय से नदारद रहे 20 शिक्षकों पर गिरी गाज, कलेक्टर ने सेवा समाप्ति का नोटिस जारी करने के दिए निर्देश
बिलासपुर। Termination of Service of Teachers: बिलासपुर (Bilaspur) में लंबे समय से स्कूल से नदारद रहे 20 शिक्षकों पर प्रशासन की गाज गिरी है. जिला कलेक्टर (Bilaspur Collector) ने इन शिक्षकों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए सेवा समाप्ति (Termination of Service) के लिए नोटिस जारी करने के आदेश दे दिए हैं. जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी (District Education Officer) इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. आपको बता दें कि ये शिक्षक जिले की विभिन्न स्कूलों में पदस्थ हैं, जो कि लंबे समय से अनधिकृत रूप से स्कूल से नदारद रहे हैं.
बीते दिनों ऐसे शिक्षकों की शिकायत मिलने पर कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को ड्यूटी से नदारद रहे शिक्षकों की सूची बनाने के आदेश दिए थे. जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने ऐसे 20 शिक्षकों की सूची सौंपी जो स्कूलों में ड्यूटी करने के बजाय पिछले कई साल से नदारद रहे. कलेक्टर अवनीश शरण ने सोमवार को इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए. आपको बता दें कि लगातार तीन साल से अधिक समय से शासकीय सेवा से बाहर रहने पर कर्मचारी की सेवा समाप्ति के निर्देश हैं.
गायब रहे शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
कलेक्टर अवनीश शरण के आदेश के तहत तीन साल की अवधि से अधिक समय तक गायब रहे शिक्षकों के खिलाफ सेवा समाप्ति का नोटिस जारी किया जाएगा, जबकि तीन साल के कम समय के लिए ड्यूटी से नदारद रहे शिक्षकों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि कलेक्टर ने जिन शिक्षकों के खिलाफ नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं उनमें से 13 शिक्षक पिछले तीन साल से गैरहाजिर हैं, जबकि 7 शिक्षक एवं कर्मचारी 3 साल से कम अवधि के स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, इनमें से कुछ शिक्षक तो 10-11 साल से बिना किसी सूचना के स्कूल से नदारद हैं.
ये शिक्षक रहे नदारद
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अनुसार, बिल्लीबंद (कोटा) के शिक्षक बत्तीलाल मीना 11 वर्ष से, मनोरमा तिवारी रिस्दा 10 साल से, प्रेमलता पाण्डेय नवागांव 9 साल से, राकेश उरांव दर्रीघाट 8 साल से, अल्का महतो फरहदा 7 साल से, नलिनी अग्रवाल दर्रीघाट 6 साल से, दिव्यनारायण रात्रे 6 साल से, स्टेनली मार्क एक्का तिफरा 5 साल से, बसंत कुमार लकड़ा ओखर 5 साल से, शारदा सिंह मोढ़े 5 साल से, यशवंत कुमार साहू डण्डासागर 3 साल से, मेघा यादव परसापानी 3 साल से, हरीराम पटेल भटचैरा 3 साल से, शिवकुमार बछाली खुर्द 2 साल से, अमन मिरी 22 महीने से, श्याम सुंदर तिवारी सीपत 18 माह से, राकेश मिश्रा बेलसरा 18 माह से, मदनलाल श्यामले कंआंजति 17 माह से, रामबिहारी ताम्रकार मस्तरी 15 माह से और शशिकान्त यादव सीस 11 महीने से स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं.