CG : तू बच के रहना अब… कांग्रेस नेता को मिली जान से मारने की धमकी, डीजे वालों ने सोशल मीडिया पर दी खुलेआम चेतावनी
रायपुर। छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. राकेश गुप्ता को डीजे वालों ने मारने की धमकी दी है। डीजे वालों की तरफ से डॉ. गुप्ता की फोटो सोशल मीडिया में वायरल करके खुलेआम मरने की धमकी दी जा रही है। इसको लेकर डॉ. राकेश गुप्ता ने रायपुर एसएसपी से लिखित में शिकायत की है।
कौन हैं डॉ. राकेश गुप्ता?
डॉ. राकेश गुप्ता आईएमए और कांग्रेस के चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हैं। वे अपने संगठन के माध्यम से ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। उनकी संस्था ने डीजे और ध्वनि के अन्य स्रोतों के माध्यम से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इस याचिका पर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए पूरे प्रदेश में जिला प्रशासन को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
दीपक नाम के शख्स ने सोशल मीडिया पर दी धमकी
हाईकोर्ट के आदेशों के बाद जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की, जिससे डीजे और ध्वनि प्रदूषण से जुड़े व्यवसायी नाराज हो गए हैं। इन नाराजगी के चलते, दीपक सिंह नामक एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर डॉ. राकेश गुप्ता की राहुल गांधी के साथ एक तस्वीर साझा की है। यह तस्वीर उनके संगठन के प्रति नाराजगी का एक संकेत हो सकती है।
इस पोस्ट पर लिखा है कि “यही है डॉ. राकेश गुप्ता। जिसको लगता है डीजे-धूमाल से लोग मरते हैं। डीजे-धूमाल को बैन कराने में मुख्य भूमिका वाला इंसान। फिर मत बोलना राकेश गुप्ता के डीजे-धूमाल वाले मारते हैं। तेरी फोटो वायरल हो गई है तू बच के रहना अब…।
डॉ. राकेश गुप्ता ने एसएसपी से की शिकायत
डॉ. राकेश गुप्ता ने एसएसपी से शिकायत करते हुए कहा कि डीजे के शोर को नियंत्रित करने के आदेश जारी किए गए हैं और वे एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में इन आदेशों का स्वागत करते हैं। लेकिन आज सुबह उन्हें जानकारी मिली कि डीजे संचालकों के एक समूह ने उनका नाम लेकर उन्हें धमकियां दी हैं और किसी प्रकार की अनहोनी की आशंका जताई है।
डॉ. गुप्ता ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी से अनुरोध किया कि वे इस मामले को अपने संज्ञान में लें और उपद्रवी तत्वों को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने अपनी सुरक्षा की भी मांग की है।
डीजे पर लगा हुआ है प्रतिबंध
गौरतलब है कि इस बार डीजे पर प्रतिबंध लगा हुआ है, और पूरे प्रदेश में इस प्रतिबंध को लागू करने के लिए सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस सख्ती के कारण डीजे संचालकों का काम प्रभावित हुआ है, जिससे वे असंतुष्ट और परेशान हैं।